By Dr R P PRASHER
International Male Day पुरुषों के नाम भी एक दिन समर्पित
19 नबंर international male day पुरुष दिवस के रूप में मनाया जाता है, और कहा यही जाता है कि इस बहाने बेचारे पुरुषों के नाम भी एक दिन समर्पित हो जाता है। वास्तव में हम देखें तो पुरुषों की सेहत को सबसे ज्यादा नजरअंदाज किया जाता है, उनके खुद के द्वारा भी परिवार के द्वारा भी और समाज के द्वारा
भी। पुरुष स्वास्थ्य के बारे में जब हम बात करते हैं तो हम चार फल या कहें आयुर्वेद दवाएं हैं, जिनका सबसे महत्त्वपूर्ण योगदान है पुरुषों की सेहत के लिए। ये हैं- आंवला किशमिश, अश्वगंधा और खजूर। अब हम पुरुषों की बीमारियों के साथ साथ इन पर भी चर्चाकरेंगे।
तुम पुरुष हो रोना नहीं——बस बढ़ती रहती हैं मानसिक बीमारियां
पुरुष के कंधों पर परिवार के पालन पोषण का भार होता है और ऐसे में अकसर देखा गया है कि उसे ना खाने का समय मिलता है ना आराम करने का समय मिलता है और ना ही सोने का ही पूरा समय मिलता है आजकल हम देखते है खासकर एमएनसी में जो युवा लोग काम कर रहे हैं, चाहे वह महिलाए हैं चाहे पुरुष हैं सुबह 8-9 सा बजे घर से भाग लेते हैं और ड्यूटी से वापस आने का समय तो पता ही नहीं है । पुरुषों की अगर हम बात करते हैं तो देखा यही जाता है कि ऑफिस में अगर ज्यादा काम आ जाता है शाम के समय तो महिलाओं को तो फिर भी छोड़ दिया जाता है कि चलो भाई इनको जाकर परिवार को संभालना है और वह सारी जिम्मेवारी बेचारी पुरुषों के ऊपर ही आ जाती है। इसके अलावा क्योंकि पुरुष बेचारा ना तो ऑफिस में कुछ कह पाता है और ना ही उसकी बातो पर गौर किया जाता है, ना ही ऑफिस में ना परिवार में ना समाज में । क्योंकि वह पुरुष होता है उसको शुरू से ही यह शिक्षा दी जाती है उसको समझाया जाता है कि तुम पुरुष हो तुम्हें रोना नहीं है तुम्हें आंखों से आंसू नहीं निकालने हैं और ऐसे में पुरुष अपनी भावनाओं को भी व्यक्त नहीं कर पाता अपने दुख को बांट भी नहीं पाता अपने दर्द को किसी से साझा भी नहीं कर पाता है इसके वजह से वो शारीरिक बीमारी के साथ साथ जो मानसिक समस्याएं हैं चाहे वो एंजाइटी है चाहे वो डिप्रेशन है चाहे स्ट्रेस है तनाव वो उन सबसे ग्रस्त रहत है और जब वो लगातार इनसे ग्रस्त रहेगा तो जो शारीरिक रोग है जीवन शैली से संबंधित रोग है मोटापा है डायबिटीज है हाई ब्लड प्रेशर है इन सबसे ग्रस्त हो जाता है ।
दिल की बीमारियां-Depression महिलाओं के अपेक्षा पुरुषों में ज्यादा
हार्ट अटैक या जो दिल की बीमारिया है वह महिलाओं के अपेक्षा पुरुषों में ज्यादा होती है डिप्रेशन और बाकी जो साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर है वह भी महिलाओं के अपेक्षा पुरुषों में ज्यादा मिलते हैं इसका ,सबसे बड़ा कारण है कि पुरुष स्वयं भी अपनी बीमारियों की उपेक्षा करता है उन्हें इतनी तवज्जो नहीं देता। इसलिए जरूरी है कि पुरुषों को चाहे वह शारीरिक बीमारी हो चाहे या मानसिक रोग हो , उनके बारे में बात करने में झिझक नहीं करनी चाहिए । डॉक्टर से सलाह में देरी नहीं करनी चाहिए और अपनी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि आयुर्वेद में यह कहा गया है, शरीर आदम धर्म खलु साधन महाकवि कालिदास ने अपने शकुंतला में कहा है कि शरीर ही धर्म और कर्तव्यों को पालन करने का साधन है और अगर शरीर ही हमारा स्वस्थ नहीं है तो बाकी ना अपने कर्तव्य का पालन कर पाएंगे ना धर्म का पालन कर पाएंगे ।
आंवला किशमिश, अश्वगंधा खजूर पुरूषों के लिए बहुत फायदेमंद
अगर शारीरिक रोगों की बात करते हैं तो सबसे पहले बात आती है पेट के रोगों की ,कब्ज की तो सबसे पहले हम कि की बात करेंगे किशमिश को सुबह या शाम कभी भी लिया जा सकता है पानी के साथ लिया जा सकता है दूध में उबाल कर लिया जा सकता है और वैसे भी चबा जा सकता है किशमिश ना सिर्फ कब्ज को दूर करती है पेट को साफ करती है बल्कि इससे हेमोग्लोबिन का स्तर भी बढ़ता है उसके बाद आप आते हैं खजूर पर खजूर में हेमोग्लोबिन बढ़ाने के लायक तो तत्व है ही उसम वो सारेप्रोटीन विटामिन खनिज पदार्थ है जो कि एक आम आदमी को अपनी सेहत के लिए सुबह से शाम तक चाहिए तो सर्दी के मौसम में तो रोज पांच छह खजूर लिए जा सकते हैं क्योंकि इसकी तासीर थोड़ी गर्म होती है , इसलिए गर्मी में हम एक या दो खजूर ही लेने को कहेंगे, उसके बाद आता है आंवला आंवला ना केवल शारीरिक रोगों के लिए बल्कि मानसिक रोगों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है वह कब्ज को भी ठीक करता है पेट के रोगों को भी ठीक करता है गैस को खत्म करता है विटामिन सी का बहुत बड़ा स्रोत है और इम्युनिटी को भी बढ़ाता है तो कच्चा आंवला हो चाहे आंवले का मुरब्बा हो चाहे आंवला कैंडी हो चाहे आंवले का चूर्ण हो वह हमें रेगुलरली पूरे साल किसी ना किसी रूप में लेते रहना चाहिए और फिर हम बात करते हैं आयुर्वेद की सबसे अच्छी औषध अश्वगंधा की यह शारीरिक रोगों में भी काम करती है कमजोरी को दूर करतीहै मानसिक रोगों में यह डिप्रेशन में भी बहुत अच्छा काम करती है अगर आपको नींद की समस्या तो आपको नींद भी अच्छी लाने में मदद करती है।
आयुर्वेद में पुरुषों की सेहत पर विशेष घ्यान
इसके साथ और बहुत सारी दवाई है आयुर्वेद में पुरुषों की सेहत के लिए जिनका हम विशेष रूप से उल्लेख करना
चाहेंगे जैसे चवन प्राश है। मकर ध्वज है स्वर्ण भसम है हीरा भसम है , शतावरी है तो हम इन दवाओं का प्रयोग करें अगर हमें कोई शारीरिक या मानसिक समस्या है तुरंत चिकित्सक से सलाह करें अपनी जांच कराए और आयुर्वेदिक चिकित्सक से पूछकर अपना इलाज शुरू करें । जिससे बीमारी बढ़े नहीं।