जम्मू कश्मीर का Map गलत ढंग से दिखाया गया

कांग्रेस बेलग जिसको पहले बेलगांव के नाम से जाना जाता है, वहां पर महात्मा गांधी के कांग्रेस के
राज अधिवेशन की अध्यक्षता करने के 100 सालपूरे होने पर एक कार्यक्रम का आयोजित कर रही थी और उस दौरान कांग्रेस ने वह भूल की जिसका खामियाजा उसको लंबे समय तक झेलना पड़ सकता है और बीजेपी को एक हथियार थमा दिया उसे हड़काने का। हुआ यूं कि वहां कांग्रेस के वहां जो पोस्टर और बैनर लगे थे, जिसमें मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर के राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सब शामिल थे उसमें कश्मीर का जो मैप था, उसको गलत ढंग से दिखाया गया । अब यह छोटी भूल नहीं है यह बहुत बड़ी भूल है किसी भी व्यक्ति को किसी भी संगठन को अगर अपने देश का नक्शा नहीं मालूम है तो यह बहुत शर्मनाक स्थिति है खासतौर के लिए कांग्रेस के लिए ये और भी मुश्किल इसलिए है कि उन पर लगातार जम्मू कश्मीर को लेकर के प्रश्न किया जाता रहा है जम्मू कश्मीर का जो हिस्सा है, भारत का जो हिस्सा है उसको लेकर के डिस्टॉर्शन किया गया है और उसको मैप में नहीं दिखाया गया । और ये सारे के सारे गलत मैप दर्शाते पोस्टर बेलग और बेलाग और उसके आसपास जिसको पहले बेलगांव के नाम से जाना जाता है लगे हुए थे।
BJP के नेताओं को सौपा Congress को डाउन करने का मौका
अब इसको लेकर के भारतीय जनता पार्टी के सभी नेता जो मीडिया में दिखते हैं या जो नहीं भी दिखते हैं, कांग्रेस पर कटाक्ष करना शुरू कर दिया। पहले कर्नाटक के भारतीय जनता पार्टी के ट्विटर हैंडल से यह सब कुछ ट्वीट किया गया, उसके बाद इस मामले को लेकर के सुधांशु त्रिवेदी इस मामले को लेकर के शहजाद पुनेवाला, तमाम नेताओं ने इसको लेकर ट्वीट किया। सबका यह कहना है कि कश्मीर के को लेकर कांग्रेस की नीति है या जो सोच है
वह कांग्रेस ने कश्मीर ने इस मैप में या तस्वीरों में दिखा दी है इससे कांग्रेस का चरित्र रिफ्लेक्ट हो रहा है।
अब इस सारे मामले के बाद कांग्रेस के नेताओं के साथ उन लोगों को जो जोड़ा जा रहा है जो कश्मीर को भारत से अलग देखते हैं। जैसे राहुल गांधी के इलहान के साथ संबंध को इसके साथ अब जोड़ कर के देखा जा रहा है । इल्हान उमर कश्मीर को जम्मू कश्मीर को भारत के अभिन्न अंग के रूप में नहीं देखती हैं और अभी कुछ दिन कुछ महीनों पहले राहुल गांधी की अमेरिका यात्रा के दौरान उनकी इल्हान उमर के साथ मुलाकात हुई थी ।और इल्हान उमर को पाकिस्तान ने बुलाया था और वो पीओके जो पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर है वहां उनकी यात्रा को उन्होंने सुविधाजनक बनाया था । अब इस बात पर बीजेपी एक बर फिर कांग्रेस पर हमला कर रही है।
दूसरा एफडीएलएपी जो संस्था है , वह जार्ज सोरस का संगठन है जिसकी को चेयर सोनिया गांधी हैं, उसका भी ओपिनियन यही है और ये संगठन भी जम्मू कश्मीर कश्मीर की स्वतंत्रता की वकालत करता आ रहा है। और यह बात उनके ऑफिशियल डॉक्यूमेंट हैं, उसमें इस तरह की बात कही गई है । जहां जम्मू कश्मीर को स्वतंत्र एंटिटी के रूप में देखा जाता है।
कांग्रेस ने अपने पैर में एक बार फिर कुल्हाड़ी मार ली
इसके साथ-साथ जिस तरह से जम्मू कश्मीर को लेकर के कांग्रेस की पॉलिसी रही है चाहे 370 हो, चाहे कश्मीरी पंडित का मामला हो, चाहे 1948 में जब नेहरू ने कश्मीर का मामला खुद हैंडल करने की बात कही थी और उसके बाद जिस तरह से कबाइली पाकिस्तान की सेना के साथ मिलकर के अंदर तक घुस आए थे और भारत की सेना या भारत का नेतृत्व वह उसमें सैन्य कार्यवाही करने में डिले कर रहा था , उस समय नेहरू ही इंचार्ज थे।यह बहुत सारी टेक्निकल चीजें हैं लेकिन यह जो पूरा का पूरा मसला है इस पूरे मसले में जो महत्त्वपूर्ण बात है, वह यह क्या जिन लोगों ने यह पोस्टर अप्रूव किया, क्या उनको अपने देश के नक्शे के बारे में, भारत के मैप के बारे में इतनी भी जानकारी नहीं है कि भारत का मैप किस तरह से दिखता है और जम्मू कश्मीर जैसे संवेदनशील मसले पर गलती करके माना जा रहा है कि कांग्रेस ने कुल मिलाकर के अपने पैर में एक बार फिर कुल्हाड़ी मार ली है। अंबेडकर को लेकर के वह पहले से ही गिर गए थे, संविधान पर चर्चा के दौरान जिस तरह से पार्लियामेंट में उनको अलग थलग किया गया उसके बाद फिर वह विरोध प्रदर्शन के दौरान जिस तरह से हाथापाई में दो भारतीय जनता पार्टी के सांसद घायल हुएऔर उसमें सीधे तौर पर राहुल गांधी का नाम आया, उसके बाद अब ये एक नया बखेड़ा जो कांग्रेस के सर पर आ गया है।
आम आदमी पार्टी ने पहले से मोर्चा खोला— कुल मिलाकर कांग्रेस के लिए बड़े मुश्किल का दौर
इसके अलावा दिल्ली में आम आदमी पार्टी पहले से ही उनके खिलाफ एक मोर्चा खोले हुएहैं तो कुल मिलाकर के कांग्रेस के लिए यह बड़े मुश्किल का दौर है और इन सब मामले में जो उनके अपने प्रखर मुखर वक्ता हैं वह सब भी नहीं डिफेंड कर पा रहे हैं । अब ये जो सारी घटनाएं हैं चाहे संसद में जो डिबेट हुआ था वो या संसद में जो हाथापाई हुई थी वह टीवी चैनल्स पर जो चर्चा होती है वहां पर जिस तरह से गाली गलौच कांग्रेस का जो एक अपना अग्रेसिव अप्रोच होता है , राहुल गांधी जिस तरह से बात करते हैं चाहे वो वीर सावरकर को लेकर के हो चाहे बाकी लोगों को लेकर के हो जिस तरह का अग्रेशन वो दिखाते हैं और अब नक्शे को गलत ढंग से प्रदर्शित करना । यह इस तरह की चीजें हैं जिस पर राजनीतिक दल को, किसी भी राजनीतिक दल को ना केवल जागरूक रहना चाहिए बल्कि उनको इस तरह की गलतियों को बचाने की कोशिश करनी चाहिए।
कांग्रेस के लिए जवाब देना निश्चित तौर पर बहुत मुश्किल होने वाला
लेकिन बैठे बिठाए कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी को एक ऐसा विषय दे दिया है जो लंबे समय तक लंबे समय तक कांग्रेस का पीछा नहीं छोड़ेगा। इसलिए कि इस मामले पर जिस तरह से लगभग भारतीय जनता पार्टी के सभी बड़े नेताओं ने ट्वीट किया है और बताया है कि किस तरह से यह लोग यानी कांग्रेस जार्ज सरोस की आईडियोलॉजी यानी भारत को तोड़ने की चाल को कांग्रेस आगे बढ़ा रही और इस बात का जवाब देना कांग्रेस के लिए निश्चित तौर पर बहुत मुश्किल होने वाला है ।
