विपक्ष के नेता और RJD प्रमुख तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को डाउन करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं , चुनावों को देखते हुए तेजस्वी , नीतीश को मानसिक रूप से अस्वस्थ, बीमार , भूलने की बीमारी से पीडित तमाम तरह की टिप्पणियां करके लगातार हमला कर रहे हैं, पर अब अपने पिता यानी नीतिश कुमार के बचाव में उनके बेटे निशांत पूरी तरह से राजनीती में उतर आए हैं और उनपर हुए हर हमले का जवाब दे रहे हैं।दरअसल हरियाणा के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी के इस बयान के बाद कि बिहार में सम्राट चौधरी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार , तेजस्वी यादव नीतीश को घेर रहे हैं वहीं निशांत हर जगह तेजस्वी का खंड़न कर रहे हैं, यही नहीं से निशांत ने हाल ही में जब मीडिया के सामने खुलकर यह दावा कर दिया कि एक बार फिर उनके पिता राज्य के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं तो सबको हैरानी तो हुई कि निशांत इतने confodence से कैसे बोल गए, पर बाद में खुद ने निशांत ने यह कहकर सबको चौका दिया कि अमित अंकल यानी बीजेपी चाणक्य ने उनसे कहा है कि बिहार चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा और वही मुख्यमंत्री बनेंगे। अब सोचने वाली बात है कि देश के सबसे कद्दावर नेता और गृहमंत्री अमित शाह निशांत के अंकल कब से बन गए, मतलब साफ है कि अमित शाह जो एक मंझे हुए खिलाडी हैं वो नायाब सिंह के बयान पर हुए demage को control करने में लगे हैं और यही कारण है कि बाद में खुद सम्राट चौधरी ने भी कह कर सफाई दी कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार का चुनाव होगा और वही अगली बार भी मुख्यमंत्री होंगे।पर चर्चा तो यही है कि राजनीति में वादे तो बहुत किए जाते हैं पर निभाए केवल राजनीतिक हितों के हिसाब से जाते हैं, चलिए समय बताएगा कौन संभालता है बिहार की गद्दी
राबर्ट वाड्रा-आवाज कौन दबा रहा गांधी परिवार या MODI GOVT
गांधी परिवार के दामाद और प्रियंका गांधी के पति बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा के दिन आजकल ठीक नहीं चल रहे , गुरुग्राम, जमीन घोटाले मामले में ईडी ने एक बार फिर उनसे जबरदस्त पूछताछ कर शुरू कर दी है। पर कुछ बातें हैं जो आम जनता को लगातार हैरान और परेशान कर रही हैं कि जैसे कि रॉबर्ट वाड्रा बार बार कह रहे हैं कि उनकी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है, अब जनता को यह समझ में नहीं आ रहा कि उनकी आवाज दबा कौन रहा है, रॉबर्ट वाड्रा खुलकर मीडिया से भी बात कर रहे हैं ,सोशल मीडिया पर भी लगातार लिख रहे हैं तो कहां से उनकी आवाज दबाई जा रही है और यही कारण है चर्चाए चल निकली हैं कि क्या गांधी परिवार की तरफ से ही उनकी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है, जिसके बारे में बेचारे रॉबर्ट वाड्रा चाह कर भी बोल नहीं सकते इसलिए इशारों इशारों में बार बार बोले जा रहे हैं कि जब भी मैं आवाज उठाने की कोशिश करता हूं मेरी आवाज दबाने की कोशिश की जाती है।
जैसा कि पिछले दिनों राबर्ट ने खुलकर राजनीती में आने , चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त कर दी थी, पर इसको ना कांग्रेस के किसी नेता ने तूल दिया ना गांधी परिवार में और ना ही खुद उनकी पत्नी प्रियंका गांधी ने तो चर्चाएं ये भी है कि राबर्ट का यह कहना कि वह जनता के लिए आवाज उठाने की कोशिश करते हैं पर दबा दी जाती है तो क्या वास्तव में उनके इस बयान में चुनाव ना लड़ने की पीड़ा झलका रही है। खैर सच्चाई जो भी हो, दिखता यही है कि राबर्ट को गांधी परिवार राजनीती से क्या अपने गांधी रूतबे से थोड़ा दूर ही रखना चाहते हैं तभी तो यह भी नोटिस हुआ कि ed को लेकर रॉबर्ट वाड्रा अपनी लडाई अपने आप लड़ रहे हों वो लगातार फेसबुक पर अपने को निर्दोष बताने के लिए पोस्ट डाल रहे हैं , वो लिख रहे हैं वह सच में विश्वास करते हैं और किसी भी तरह के अन्यायपूर्ण दबाव का सामना करने के लिए तैयार हैं।और सत्य की जीत होगी। पर देखा यही जा रहा है कि उनके favour में सोनिया गांधी और राहुल गांधी तो क्या कांग्रेस को कोई कद्दावर नेता तक मुंह नहीं खोल रहा है। प्रिंयका गांघी भी कभी कभार उनके लिए कोई पोस्ट डाल देती हैं पर वो भी हर मौके पर साथ खड़ी नहीं दिखती , अब ये इतिफाक है या हकीकत ये तो आने वाला समय ही तय करेगा।