बिहार में CONGRESS कर दिया बड़ा खेला लालू सकते में
कल तक राहुल गांधी लालू यादव को अपना राजनीतिक गुरू मानने का दावा करते थे, लालू से अपने मजबूत संबंधों को दिखाने के लिए बाकायदा उनसे खाना बनाना सीखने के वीडियो भी राहुल ने खूब वायरल किए, लेकिन अब जैसे जैसे बिहार विधानसभा चुनाव पास आ रहे हैं कांग्रेस ने अपना अपने रंग दिखाना शुरू कर दिया है। सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और jdu में अभी से घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस 70 से कम सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है और कांग्रेस की इस नई घोषणा ने RJD याना लालू और तेजस्वी को बड़ी टेंशन दे दी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने हाल ही में ना केवल इसकी खुलेआम इसकी घोषणा करके rjd को सकते में डाल दिया बलिकि प्रशांत किशोर को इंडिया गठबंधन में शामिल होने का ऑफर देकर लालू को झटका दिया है । क्योंकि चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर rjd के corruptin के बारे में खुलकर बोलते हैं और उनके राज को जंगल राज बोलते हैं। वैसे ये वही अखिलेश हैं जो कभी लालू यादव के खास हुआ करते थे और लालू यादव ने एक बार कहा भी था कि मेरे कहने पर ही कांग्रेस पार्टी ने अखिलेश सिंह को राज्यसभा भेजा था। अब यही अखिलेश सिंह अपने गुरू यानी लालू को 2025 चुनाव से पहले ही झटके पर झटके दे रहे हैं। वैसे आपको बता दें कि 2020 में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत खराब था
आरजेडी ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 75 सीटें जीती थीं। वहीं, कांग्रेस 70 सीटों पर लड़ी थी और केवल 19 सीटें ही जीत पाई थी।इससे राजनीतिक गलियारों में चर्चा होने लगी थी कि अगर आरजेडी ने कांग्रेस की बजाय वाम दलों को अधिक सीटें दी होती, तो शायद महागठबंधन बिहार में सरकार बना लेता।
पप्पू यादव का RJD सुप्रीमो लालू यादव से मोह भंग-राहुल की शरण में
लगता है बिहार के कद्दावर नेता पप्पू यादव का RJD सुप्रीमो लालू यादव से पूरी तरह मोह भंग हो गया है और आजकल उन्ङोंने राहुल गांधी का दामन कस कर पकड़ लिया है रहे। वह राहुल की तारीफ करने का कोई ऐसा मौका नहीं छोड़ते हैं हाल ही में उन्होंने खुलेआम एक स्टेटमैंट देकर सबको चौंका दिया। पप्पू यादव ने कहा की नरेंद्र मोदी के खिलाफ अगर किसी में लड़ने की ताकत है तो वह राहुल और प्रियंका गांधी में है। इसलिए बिहार में गठबंधन का नेतृत्व कांग्रेस को ही करना चाहिए। मतलब पप्पू यादव ने सीधे तौर पर इशारा कर दिया कि अब बिहार में rjd नहीं congress बड़े भाई’ की भूमिका निभाए । उन्होंने एक कदम आगे बढ़कर सीएम नीतीश कुमार को भी साथ आने का ऑफर दे दिया लेकिन साथ में यह भी कह दिया की गठबंधन में किसे शामिल किया जाना चाहिए किसे नहीं यह बात राहुल गांधी खुद तय करें। आपको बता दें कि इससे पहले भी पप्पू यादव राहुल गांधी के लिए तारीफ के कसीदे पढ़ चुके हैं उन्होंने यह तक कहा कि राहुल गांधी जिन मुद्दों को लोकसभा में उठाते रहे हैं, वही मुद्दे मेरे भी हैं। उन्होंने यह भी दावा कर डाला कि बिहार में 2025 का रोडमैप बनाकर हम ही रणनीति तय करेंगे