मुंबई में समाजवादी का हो जाएगा सफाया ?
समाजवादी पार्टी यूपी के बाहर अपना विस्तार करने को काफी आतुर है , इसके लिए वह मध्यप्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में अपने सहयोगी दल कांग्रेस से कुछ सीटों की गुहार करती रह गई पर अखिलेश यादव का इन राज्यों में अपना खाता खोलने का सपना पूरा नहीं हो सका ,पर अब महाराष्ट्र में महाविकास अघाडी की लगातार उपेक्षा का शिकार समाजवादी अपना विस्तार करने का पूरा प्रयत्न कर रही है पर जो हालात बन रहे हैं उससे यही दिख रहा है कि क्या मुंबई में समाजवादी अपना छोटा या बना गढ़ भी बचा पाने में कामयाब होती है या नहीं
दरअसल मुंबई की मानखुर्द शिवाजीनगर सीट पर समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र में सर्वेसर्वा अबू आसिम आजमी को पहली बार पुराने सहयोगी से टक्कर मिल रही है। जी हां यहां पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने नवाब मलिक को लड़ने के लिए उतारा है। अब मुकाबला टक्टकर का है और अपनी सीट अपनी प्रतिष्ठा बचाने के चक्कर में अबू आजमी जहां प्रचार के लिए हवा में सपा के चुनाव चिन्ह साइकिल को उड़ा रहे हैं तो वहीं जमीन पर उतर जबरदस्त रैलियां कर पसीना भी बहा रहे हैं। पिछले चुनावों में सपा को महाराष्ट्र में दो सीटें मिली थीं।देखना यही है कि इस बार समाजवादी पार्टी यहां अपना विस्तार कर पाती है या बड़ा सवाल यही है कि क्या अबू आजमी मुंबई में सपा को अपनी एक सीट भी दिलवा पाएंगे या नहीं ।
मिथुन चक्रवर्ती के पर्स ने कईं बीजेपी नेताओं को किया परेशान
अपने जमाने के मशहूर फिल्म कलाकार मिथुन चक्रवर्ती के पर्स ने कईं बीजेपी नेताओं के कुछ समय के लिए होश उड़ा दिए। दरअसल माजरा बहुत दिलचस्प हुआ। हाल ही में मिथुन निरसा, धनबाद में बीजेपी उम्मीदवार अपर्णा सेनगुप्ता का चुनाव प्रचार करने एक सभा पहुंचे थे। भीड़ बहुत थी और शायद इसी कारण मंच पर चढ़ते समय मिथुन का पर्स निकल कर कहीं गिर गया। थोड़ी देर बाद जब मिथुन को इसका पता लगा तो पूरी सभा में तो जैसे हंगामा हो गया। यहां मौजूद बीजेपी के कईं नेता तो बहुत घबरा गए कि अगर र्स नहीं मिला तो पूरा प्रचार तो खत्म हो जाएगा, बदनामी भी होगी। आयोजकों ने आनन फानन में तुरंत मंच से माइक पर announce करवा दिया की मिथुन दा का पर्स गुम हो गया है। उसमें जरूरी कागजात हैं, जिसे पर्स मिला हो, वापस कर दे।
कुछ देर इंतजार के बाद भी जब पर्स नहीं मिला तो मिथुन ने सभा की शुरूआत कर दी और जब वह वापस जा रहे थे, तभी उनका पर्स एक युवक ने वापस कर दिया और कहा कि यहीं ,पड़ा हुआ मिला था। भाजपा आइटी सेल के फूलचंद मंडल और आयोजन समिति की नेता काजल ने राहत की सांस ली। वैसे मिथुन का बड़प्पन ही रहा पर्स में जरूरी कागजात होने के बावजूद जब वह खो गया उसके बाद भी उन्होनें अपर्णा के लिए जमकर प्रचार किया और कहा कि अपर्णा को जिताएं, आपके बीच दोबारा आऊंगा और आपके साथ डांस भी करूंगा। उन्होंने यह भी कहा की टीएमसी बंगाल में 35 प्रतिशत हिंदुओं को वोट नहीं देने देती। और इसी कारण लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी उम्मीद से कम सीट जीत पाई। इससे पहले पत्रकारों को मिथुन ने यह भी कहा कि झारखंड में परिवर्तन की लहर दिख रही है और भाजपा ही सरकार बनाएगी।