इस मौसम में Immunity हो जाती कम 

मौसम बदल रहा है और तापमान धीरे-धीरे बढ़ रहा है , आयुर्वेद के अनुसार इस समय को जब दो ऋतुए बदलती हैं उसे संधि काल कहा जाता है और ऐसे समय में शरीर की इम्युनिटी अपने आप कम हो जाती है और जब शरीर की इम्युनिटी कम होगी तो स्वाभाविक है कि हम बीमार पड़ सकते हैं।  क्योंकि तापमान में थोड़ा सा परिवर्तन भी हमें बीमार कर देता है और कोई भी संक्रमण हमें जल्दी लग सकता है।  रातें ठंडी है सुबह ठंडी है लेकिन दिन एकदम गर्म है।  यानी अगर आप सुबह और दोपहर और रात के तापमान में देखें तो बहुत ज्यादा अंतर है। वेरिएशनहै,  घर के अंदर और बाहर के तापमान में बहुत वेरिएशन है । तो ऐसे समय आपको स्वस्थ रहने के लिए बहुत ही सतर्क और सचेत रहने की आवश्यकता है ।

गर्म  कपड़ें पहनने एकदम से नहीं छोड़ने चाहिए

इस मौसम में सबसे पहली बात तो कपड़े एकदम आपको कम नहीं करने हैं , अगर आप सुबह काम के लिए निकल रहे हैं तो ऐसे कपड़े पहन के रखें जो सुबह और की ठंड से बचाव कर सके । दिन में बेशक आप एक स्वेटर उतार सकते हैं जब आपको गर्मी लगे लेकिन अगर आप एक स्वेटर पहन के ही सुबह नहीं निकलेंगे तो सुबह की ठंड भी आपको लग सकती है और शाम की ठंड भी लग सकती है।

ठंडी चीजों का परहेज रखेगा स्वस्थ 

इसी तरह खाने को लेकर भी है अभी ठंडी चीजें आपने बिल्कुल नहीं खानी है चावल , दही ,कढ़ी,  गोभी , मटर उड़द की दाल,  केला , आइसक्रीम कुल्फी फ्रिज में रखी हुई चीजें इनका प्रयोग आपको नहीं करना है अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं।अभी जो हरी सब्जिया जिनकी तासीर गर्म है जैसे पालक है सरसों है बथुआ है उनका प्रयोग करें अगर अनाज की बात कर करें,  तो ज्वार,  बाजरा के साथ आप जो और चने का प्रयोग कर सकते हैं क्योंकि इनका कॉमिनेशन ना ज्यादा गर्म रहेगा और ना ही ठंडा रहेगा । जो इस ऋतु के पूर्णता अनुकूल है।कोई ठंडी चीज के अलावा आपको जिन चीजों का प्रयोग नहीं करना है , वह हैं जंक फूड, फास्ट फूड, डिब्बा बंद फूड नहीं खाना है क्योंकि यह सभी  इम्यूनिटी  को तो कम करती है, पाचन क्रिया को भी प्रभावित करती है जिससे बीमार होने का पूरा खतरा रहता है। 

व्यायाम और मालिश दोनों इस मौसम में फायदेमंद

थोड़ा व्यायाम अवश्य करें,  शरीर की मालिश जारी रखें जैसे आपने सर्दी में की है जैसा हमने सुझाव दिया था आपको कि पूरी सर्दी आप किसी भी तेल से पूरे शरीर की मालिश करें तो शरीर की मालिश भी आपको जारी रखनी है इसके अलावा इस मौसम में चूंकि कफ का संचय होता है सर्दी के दिनों में उसका प्रकोप होना शुरू हो जात है तो कफ से संबंधित बीमारिया है वह आपकी थोड़ी सी लापरवाही से आपको घिर सकती हैं । खासी है जुकाम है सांस की तकलीफ है उसके बाद अगर आप को संक्रमण पकड़ गया तो आपको निमोनिया भी हो सकता है और  जब शरीर में ठंड लगेग तो हार्ट से संबंधित समस्याएं आ सकती हैं।  उससे भी आपको अपना बचाव करना है। आयुर्वेद के बहुत साधारण तरीके हैं और इनका पालन करके बीमारी से अपने आप को बचा सकते हैं। 

 

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