योगी के लोकप्रिय नारें बटोगे तो कटोगे का तोड़ ढ़ूढने की अखिलेश की कोशिश जारी
यूपी में लगता है कि विपक्ष खासतौर पर अखिलेश यादव योगी के लोकप्रिय नारें बटोगे तो कटोगे का तोड़ ढ़ूढने की अबतक कोशिश कर रहे हैं , हाल ही में हुए उपचुनाव में अखिलेश ने नारा दिया था ना बंटेगे ना कटेंगे पर जीतेगे पर लगता है कि यह नारा योगी के नारे को मात नहीं दे पाया और 9 में से 7 सीटें योगी जीतकर ले गए। पर अखिलेश तो अखिलेश हैं वह हार कहां मानने वाले हैं अब फिर उऩ्होंने यूपी की शिक्षा प्रणाली को लेकर योगी पर तंज करते हुए एक नारा दिया कि ‘न बंटे न कटे तो फिर स्कूल से क्यों हटे’ । दरअसल समाजवादी पार्टी ने एक पोस्टर में छपे, इस नारे के जरिए यह दावा किया है कि यूपी के स्कूलों में सात लाख बच्चों के पढ़ाई छोड़ दी है मतलब स्कूल छोड़ दिया है। समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर लगातार योगी सरकार को घेर रही है। इस पोस्टर में यह भी लिखा है कि योगी राज में उत्तर प्रदेश ‘पढ़ाई में पूरी तरह पिछड़ गया है। आपको बता दें कि यह पोस्टर मुलायम सिंह यादव के खास रह चुके मुलायम यूथ ब्रिगेड के पूर्व सचिव शौकत अली ने लगवाएं हैं। अब इसके जरिए वो वकई बच्चों के भविष्य की चिंता कर रहे हैं या फिर अखिलेश की good books में आने का रास्ता तलाश रहे हैं , यह तो वक्त ही बताएगा।
अमित शाह ने क्या जानबूझकर शरद पवार को दिखाया आईना
कहते हैं ना राजनीती में नेताओं से जुड़ी छोटी -बडी बातें भी चर्चा का विषय बन जाती है क्योंकि उसके पीछे छुपी राजनीती को हर वो व्यकित जानना -समझना चाहता है जिसकी रूचि राजनीती में है। जी हां जब से अजीत पंवार की पत्नी और शरद पवार की बहू सुनेत्रा अजित पवार को 11 जनपथ पथ यानी दिल्ली के दिल में टाइप-VII सरकारी बंगला मिला है तो चर्चाओं का बाजार गर्म है कि क्या ये बंगला आजीत पवार के बढ़ते कद के कारण उनकी हाल ही में सांसद बनी पत्नी को अलाट किया गया है या फिर शरद पवार को चिढ़ाने के लिए ऐसा किया गया है क्योंकि सुनित्रा को मिला यह बंगला उनके ससुर शरद पवार के 6 जनपथ के ठीक सामने है। पहली बार सांसद बनीं सुनेत्रा को नियमानुसार इतने बड़ा बंगला allot नहीं हो सकता है लेकिन माना जा रहा है कि हाल ही में महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अजित पवार एक बड़े मराठा नेता के रूप में उभरे हैं और बीजेपी का मानना है कि इससे मराठा सरदार के रूप में शरद पवार का रुतबा कम हो गया जो पार्टी के लिए फायदे की बात है, इसलिए उनकी पत्नी को इतना बड़ा बंगला देकर चाणक्य ने एक तीर से दो शिकार खेल लिए, एक तरफ अजीत पवार को खुश कर दिया और दूसरा शरद पवार को उनकी गिरती साख का अहसास दिला दिया। आपको बता दें कि शरद पवार जिस बंगले में रहते हैं। उनके साथ उनकी सुप्रिया सुले भी रहती है जो चार बार लोकसभा सांसद रह चुकीं और उन्होंने ही सुनित्रा को हराया था। पर हारने के बाद भी सुनित्रा को सुप्रिया सुले की बराबरी पर खड़ा कर दिया गया। यह चाणक्य का ही खेला हो सकता है।