लालू यादव का नया दांव -उड़ाई BJP की नींद
हाल ही में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति पारस ने महागठबंधन यानी लालू यादव खेमे में जाने की बात कही तो बीजेपी को ज्यादा परेशानी नहीं हुई क्योंकि बिहार में उनके पास पशपति का तोड यानी चिराग पासवान मौजूद है, पर जब पशुपति पारस ने लालू यादव से भेंट की तो बीजेपी में हचलच मची हुई है, बीजेपी को लग रहा है कि लालू अंदर ही अंदर ऐसी खिचड़ी पका रहे हैं जो बीजेपी को नुकसान दे सकती है। सभी जानते हैं कि लालू राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी हैं और वो मोहरे बिठाना अच्छी तरह से जानते हैं। पता चला है कि बिहार में राजनीतिक कमान अपने बेटे तेजस्वी को देने के बाद लालू अंदर ही अंदर बड़ी प्लानिंग में लग गए हैं और बिहार विधानसभा चुनाव से पहले काफी एक्टिव दिखने शुरू हो गए गए हैं। उन्होंने कुशवाहा और दलित वोटों को लुभाने के लिए बिहार में सक्रिय दलित नेताओं से सांठगांठ शुरू कर दी है। और इस कड़ी में लालू की सियासी प्लानिंग में पशुपति पारस बिल्कुल फिट बैठते हैं। लालू ने दलित सेना और बिहार राज्य दफादार चौकीदार पंचायत के धरने में साथ बैठकर ना केवल कुशवाहा और दलित वोटों को साधने की कोशिश की है बलिक चिराग पासवान के विरुद्द भी माहौल तैयार कर रहे हैं, यह कहा जा रहा है चिराग अपने को दलित मानते ही नहीं हैं। चिराग ने पासवान समाज को धोखा दिया है और 2025 के चुनाव में उन्हें इसका फल भुगतना पड़ेगा।
बीजेपी चाणक्य से क्यों FEAR केजरीवाल
क्या देश के गृहमंत्री के पास अब यही काम रह गया है कि वह चुनाव प्रचार में जुटे अरविंद केजरीवाल की सभाओं में उपद्वव मचाने का आदेश दें, जनता इसको सुनकर जरूर हंसेगी पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल इस बात को गंभीरता से उठा रहे हैं और लगातार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर आरोप लगा रहे हैं, केजरीवाल कह रहे हैं कि अमित शाह के इशारें पर पुलिस उनकी जनसभा में विपक्षी उम्मीदवारों के समर्थकों को घुसाकर हंगामा करवा रही है। यही नहीं अपनी गाड़ी पर हमले के लिए भी केजरीवाल अमित शाह को ही दोषी मान रहे हैं , केजरीवाल का कहना है कि अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को बीजेपी की निजी आर्मी बना दिया है और चुनाव में दिल्ली पुलिस उन्हीं के इशारे पर काम कर रही है , शायद यही कारण है कि अपनी सुरक्षा के लिए केजरीवाल ने पंजाब से पुलिस मंगवा ली है , वैसे आपने कभी सुना है कि एक राज्य के पूर्व मुखयमंत्री जिनकी पार्टी राज्य में सरकार चला रही है, वह अपनी सुरक्षा के लिए किसी दूसरे राज्य की पुलिस को बुलाता है। जनाब यह केजरीवाल कर रहे हैं। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री को दिल्ली पुलिस पर यकीन नहीं रहा , इसलिए अपनी सुरक्षा में पंजाब को तैनात कर लिया है। लेकिन विपक्ष ने इसे मुद्दा बना लिया, दिल्ली पुलिस के साथ चुनाव आयोग ने भी इसपर आपत्ति जताई और आखिरकार पंजाब पुलिस को अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा हटानी पड़ी। आपको बता दें कि पंजाब पुलिस के डीजीपी का कहना था कि केजरीवाल को सिक्युरिटी थ्रेट्स मिली थी इसलिए चुनाव के दौरान उन्हें सुरक्षा दी गई थी। इससे दिल्ली का सियासी पारा हाई है और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा है कि दिल्ली पुलिस ने जबरन अरविंद केजरीवाल की पंजाब पुलिस की सुरक्षा हटवा दी।
कहीं खाने में छूट -कही Selfy Points बनाएं -बस हर किसी को वोट दिलवाना है
दिल्ली चुनाव में इस बार शायद पहली बार हर वोटर की अहमियत पर बहुत ध्यान दिया जा रहा है, सरकार तो क्या क्या विपक्ष भी नहीं चाहता कि कोई एक भी आदमी वोट ना डाले या वोटिंग वाले दिन छुट्टी मनाएं और यही काऱण है तमाम सरकारी एजेंसियां दिल्ली वालों को वोट डालने के लिए कईं दिलचस्प तरीके से जागरूक कर रही हैं। आपको बता दें कि मतदाताओं को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए दिल्ली पुलिस ने बहुत ही अनोखा और रोचक तरीका अपनाया है। दिल्ली पुलिस ने important और भीड वाली जगहों पर सेल्फी प्वाइंट बनाए हैं, यह इतने आकर्षक हैं कि हर कोई यहां रूककर सेल्फी लेने को मजबूर हो जाता है और जब सेल्फी लेता है तो यहां लिखे मतदान के महत्व को पढ़ता भी है और समझता भी है। दिल्ली में यह सेल्फी प्वाइंट 25 से ज्यादा जगहों पर बनाए गए हैं। जिसमें सत्यनिकेतन मार्केट, पीवीआर प्रिया मार्केट, एंबिएंस व डीएलएफ मॉल, प्रोमीनाड मॉल के नाम प्रमुख हैं जहां लोगों का खासतौर पर युवाओं का जमावड़ा लगा रहता है।
चैट वोट एप लॉन्च होगी—कुछ Seconds में मिलेगा जवाब
साथ ही दिल्ली पुलिस एक -दो दिन म चैट वोट एप को भी लॉन्च करने वाली है। । इस एप पर चुनाव से संबंधित तमाम तरह की जानकारी दी जाएगी जैसे कि बूथ की जानकारी, बूथ से 100 मीटर की दूरी तक के नियमों संबंधी सवालों के जवाब भी मिलेंगे। यह एप बहुत ही quick होगी और सवाल पूछते ही कुछ ही सेकंड में ans आपके कप्यूटर की स्क्रीन पर होगा।
मतदान करने वालों लोगों को खाने पर 25 फीसदी छूट
आपको याद होगा कि इससे कुछ दिन पहले ही लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए mcd ने भी एक अनोखी पहल की थी। मतदान करने वालों लोगों को खाने के लिए रेस्तरां जाने पर 25 फीसदी तक की छूट देने की घोषणा की गई थी, यह छूट दक्षिणी दिल्ली के कई रेस्तरां में 5 से 9 फरवरी तक लागू कर दी जाएगी। लेकिन छूट पाने के लिए मतदाताओं मतदान के बाद अंगुली पर लगी स्याही का निशान दिखाना होगा। इस बार दिल्ली के चुनाव को सफल बनाने के लिए हर कोई जी जान लगा रहा है और यह इसलिए भी है कि इस बार बहुत सालों बाद दिल्ली में तीन दल आपस में भिड़ रहे हैं और ऐसे में हर दल चाह रहा है कि वोटिंग प्रतिशत maximum रहे।