कांग्रेस के नेता एक एक करके इस तरह के बयान लगातार दे रहे हैं और ऐसी हरकतें कर रहे हैं कि वो पाकिस्तान में हीरो बनकर छाए हुए हैं और वहां की मीडिया उनके बयानों को लगातार भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है। इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में दो तरह की चर्चाएं तेजी से चल रही हैं , पहली की क्या वास्तव में कांग्रेस पाकिस्तान के खिलाफ सरकार के साथ खड़ी है या फिर फिर यह सोची समझी रणनीति है कि उपरी तौर पर सरकार का समर्थन करो और अंदर ही अंदर उनके नेता सरकार को कमजोर साबित करने , आतंकवाद के खिलाफ बनी आक्रामक छवि को झुठलाने के लिए पूर जोर कोशिश करते रहें। और या फिर कांग्रेस नेताओं की ओर से बार बार सरकार के खिलाफ बयान देकर क्या राहुल गांधी को ही डाउन करने की कोशिश की जा रही है और कांग्रेस का एक ग्रुप यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि अब पार्टी में राहुल की नहीं चलती , यह चर्चा इसलिए भी जोर पकड़ रही है कि जब से पहलगाम हमला हुआ है कांग्रेस पार्टी से ज्यादा राहुल गांधी हर मंच पर इसकी निंदा कर रहे हैं और पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी कड़ी से कड़ी कारवाई करने में सरकार के साथ पूरी तरह से खड़े रहने के बयान दे रहे हैं, । पर दूसरी तरफ इसके ठीक विपरीत जाकर कईं कांग्रेसी नेता किसी ना किसी रूप में सरकार को घेर रहे हैं , उल्टे सीधे बयान दे रहे हैं

Rahul Gandhi के खिलाफ जाकर दे रहे हैं बयान

अभी कुछ दिन पहले कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया पाकिस्तान के साथ युद्द ना करने का बयान देकर पाकिस्तान के हीरो बन गए थे, वहीं महाराष्ट्र के कांगेस के कद्दावर नेता ने तो आतंकवादियों का ही पक्ष ले डाला और कहा कि उनके पास इतना समय था कि लोगों का धर्म पूछते। देश पर आई इस मुसीबत की इस घडी में कांग्रेल के आईटी सैल ने भी pm मोदी को नहीं बख्शा और सिर तन से जुदा पोस्टर और गायब होने की टिप्पणी करके अच्छा खासा विवाद पैदा कर दिया और पाकिस्तन से तारीफें बटोर ली। हैरानी की बात है कि कांग्रेस आलाकमान और राहुल गांधी इस तरह की सरकार और मोदी विरोधी हरकते रोकने में पूरी तरह से नाकामयाब साबित हो रहे हैं, और उसके नेता लगातार बेलगाम घोड़े की तरह उल्टे सीधे बयान दिए जा रहे हैं।

 

Army को भी डाउन करने से नहीं आ रहे कांग्रेसी बाज

कांग्रेसी नेता चरणजीत सिंह चन्‍नी तो दो कदम आगे बढ़ गए और 2019 में पुलवामा टेरर अटैक के बाद 2019 में पाकिस्‍तान पर हुए सर्जिकल स्‍ट्राइक को सिरे से झूठा बता दिया, ‘कहा कहीं कोई हमला नहीं हुआ पर बाद में वो पलट गए। और अब यूपी कांग्रेस के अध्‍यक्ष अजय राय ने तो हद कर दी, देश तो क्या, मोदी तो क्या उन्होंने हमारी सेना का ही अपनाम कर दिया। मीडिया के सामने वह राफेल विमान का एक खिलौना लेकर पहुंचे उसपर नींबू-मिर्च धागे से बंधे थे। अजय राज ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि वह आतंकियों को कुचल देंगे। फ्रांस से राफेल भी ले आए, लेकिन राफेल नींबू-मिर्च बांधकर खड़े किए हुए हैं। आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई कब होगी? यही नहीं अजय राय मजाकिया अंदाज में यह भी इसमें आगे कहते हैं कि पीएम मोदी बैठे और पीछे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह।

Congress के कईं नेता पाकिस्तान में बने हुए हैं हीरो

इस शर्मानाक हरकत की बीजेपी तो क्या कांग्रेसी और कई विपक्ष के नेता भी निंदा कर रहे हैं पर पाकिस्‍तानी मीडिया में अजय राय हीरो बनकर खूब चल रहे हैं। पाकिस्‍तान की न्‍यूज में बढचढ़कर बताया जा रहा है कि भारत के नेता खुद ही कह रहे हैं कि उनके यहां राफेल हैंगर में नींबू मिर्च बांधकर खड़े हैं। भारत में डर का माहौल है और ‘मोदी सरकार बस बड़ी-बड़ी बातें कर रही है।’ अब देखना यही है कि आने वाले समय में क्या कांग्रेसी नेता इसी तरह से अपनी पार्टी या राहुल गांधी के खिलाफ जाकर इस तरह के देश विरोधी बयान देते रहेंगे या पार्टी या राहुल गांधी इनपर कड़ी कारवाई करेगी, क्योंकि इन बयानों से देश तो आहत हो ही रहा है पर खुद राहुल गांधी भी कमजोर पड़ते दिख रहे हैं।

पप्पू यादव का Congress प्रेम—- बड़ा खेला है

बिहार में राहुल गांधी के खिलाफ लालू की पार्टी के कईं नेता बहुत कुछ बोलते हैं , कांग्रेस के अपने नेता भी दबे स्वर में राहुल की बिहार की चुनावी रणनीती पर टिप्पणी करने से बाज नहीं आते पर लगता है कि पूर्णिया के सांसद और जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव राहुल के सच्चे भक्त हैं, कांग्रेस पार्टी से मार पर मार मिलने के बावजूद और राहुल की लगातार उपेक्षा से नाराज होने की बजाय उनकी कांग्रेस के प्रति भकित्त कम होने का नाम नहीं ले रही है , दरअसल आपको बता दे कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक बार फिर पप्पू यादव ने कांग्रेस की जमकर वकालत की है उन्होंने कहा कि कि कांग्रेस समय की मांग है और बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कम से कम सौ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने चाहिए, अब जिस तरह से राहुल गांधी बिहार में rjd को नहीं बल्कि कांग्रेस को ए पार्टी बनाने की कोशिश कर रहे हैं औप अपने पाटनर rjd पर 70 सीटों पर लड़ने के लिए दबाव बना रहे हैं, ऐसे समय में पप्पू यादव का 100 सीटों का शगुफा कांग्रेंस को कितना लाभ पहुंचाएगा या तो समय ही बताएगा पर हां इससे पप्पू यादव की लंबे समय से कांग्रेस में विलय होने की इचछा जरूर पूरी हो सकती है। क्योंकि अभी भी कांग्रेस के कई नेता पप्पू यादव की अपराधिक छवि को लेकर उनकी पार्टी को अपने साथ लाने के पक्ष में नहीं हैं।

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