BY DR R P PRASHER
सर्दियों का मौसम सेहत बनाने का मौसम है
माना जाता है कि सर्दियों का मौसम सेहत बनाने का मौसम होता है लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए यह थोड़ा दिक्कत वाला भी होता है । कारण यही होता कि हम खूब खाते हैं और खासकर मीठी चीजें खाते हैं जिसकी वजह से हमारा शुगर का लेवल बढ़ जाता है । हमारी डायबिटीज अनियंत्रित अवस्था में पहुंच सकती है और कॉम्प्लिकेशन भी डायबिटीज वाली हो सकती है ।
मौसम में हमारी भूख बढ़ जाती है हमारी पाचन शक्ति बढ़ जाती
सबसे पहली बात है कि डायबिटीज के मरीजों को इस मौसम में अपनी शुगर का लेवल रेगुलरली चेक करते रहना चाहिए । होता क्या है कि इस सर्दी के मौसम में हमारी भूख बढ़ जाती है हमारी पाचन शक्ति बढ़ जाती है हमारी अग्नि प्रबल होती है तो जो कुछ हम खाते हैं वो digest हो जाता है । इसलिए हम दिन में कई बार खाते हैं ,खासकर मीठी चीजें। गज्जक है ,हलवा है । शादी ब्याह में भी जाते हैं तो वहां पर हमें गाजर का हलवा, मूंग का हलवा, जलेबी वगैरह सब ऐसी चीजें मिलती हैकि जिसको देखकर हम अपने आप को रोक नहीं पाते हैं। तो नियमित जांच के अलावा जो सामान्य रूप से करना चाहिए वो है कि सावधानी बरतनी है ।अपने खाने पर आपने नियंत्रण करना है । देखें कि आप मीठी चीज ज्यादा नहीं खा रहे हो ।
आंवला, हल्दी ,मेथी का प्रयोग शुगर लेवल नहीं बढाएगा
जो आयुर्वेद की दवाइयां है, जड़ी बूटिया हैं, वह हमें इन समस्याओं से निजात दिला सकती हैं। आंवला, हल्दी ,मेथी ऐसी चीजों का प्रयोग हम साथ साथ करते रहेंगे तो हमारा शुगर लेवल ज्यादा नहीं बढ़ेगा और हमें कोई कॉम्प्लिकेशन भी नहीं होगी।ठंड के कारण हमारी खून की नालियां सिकुड़ जाती हैं, जिसकी वजह से हमारी nerves है, उन तक ब्लड सप्लाई बहुत कम पहुंच पाती है खासकर जो पेरिफेरल ऑर्गन है, चाहे हाथ की उंगलिया है , चाहे पैरों की उंगलिया है चाहे ब्रेन है तो इसमें सबसे ज्यादा हमें जो दिक्कतें आ सकती है । वह हाथों में पैरों में और ब्रेन में हो सकती है । जब नर्व्स को ब्लड सप्लाई कम मिलेगी उनकी कार्यक्षमता प्रभावित होगी विपरीत तरीके से हमारे हाथों पैरों में झनझनाहट हो सकती है कपकपी हो सकती है और नमनस हो सकती है , तो इन सब से बचाव के लिए हमने अपने शुगर के लेवल को कंट्रोल रखना है और अगर मीठी चीज खा भी रहे हैं तो अगर एक बार में काफी कुछ मीठा खा लिया है तो बाकी दिन फिर मीठे से बिल्कुल परहेज करें ।
रोज नहाना बहुत जरूरी है
रोज नहाना ही है ताकि हमारी खून की नालियां ना सिकुड़े और हमारी ब्लड सप्लाई सभी नर्व एंडिंग तक पहुंचती रहे। रात को पैरों की सिकाई करके सोना चाहिए, ताकि शुगर के लेवल बढ़ जाने के कारण हमारी शरीर में कहीं कोई ऐसी विकृति पैदा ना हो जाए जो हमें लंबे टाइम में चलके नुकसान दे।
मीठे के चयन पर ध्यान दे
मीठे के चयन में भी सावधानी बरतनी है। चीनी की जगह गुड़ का प्रयोग करें या शक्कर का प्रयोग करें , गज्जक, तिल के लड्डू खा सकते हैं । इस मौसम में खजूर या किशमिश का प्रयोग भी फायदा करता है। हालांकि वो मीठा होता है पर उसका मेटाबॉलिज्म अलग तरह का होता है तो वो हमें नुकसान नहीं पहुंचाएगा । इन दिनों मार्केट में जो साग सब्जी है, उनका हमें भरपूर मात्रा में प्रयोग करना है पालक है ,सरसों है, बथुआ है, मेथी का साग है। इनसे हमारा शुगर लेवल नहीं बढ़ेगा मिलेट्स का प्रयोग इन दिन हम खूब मात्रा में कर सकते हैं चाहे व ज्वार है,मक्की है, बाजरा है उनके प्रयोग से हमारे खून में शुगर की मात्रा नहीं बढ़ेगी और मतलब हम खूब खा भी रहे हैं , सेहत भी बना रहे हैं उसके बावजूद हम स्वस्थ रह सकेंगे हमारी सेहत बिगड़ेगी ।
मेथी बैलेंस करती है शुगर और फैट को
तो ध्यान रखेंकि आप लड्डू भी बना रहे हैं तो उसमें मेथी डाल लीजिए, मेथी बैलेंस करने का एक तरीका है शुगर को और फैट को। इस तरह आप अगर कोई मिठाई खा रहे हैं उसमें भी ध्यान रखें कि जैसे गुलाब जामुन है या रसगुल्ला है तो उसमें जो रस होता है आप उसको काफी हद तक निकाल दें ताकि चीनी आपके पेट में कम से कम मात्रा में जाए इन सब बातों का ध्यान रखेंगे तो हम बिल्कुल स्वस्थ रहेंगे हमारा शरीर स्वस्थ रहेगा और डायबिटीज या उसकी कॉम्प्लिकेशन हमें तंग नहीं करेगी।