कांग्रेस की चुनावी मुसीबतें तो कम होने का नाम नहीं ले रही थी एक के बाद एक चुनाव कांग्रेस हार रही है, चाहे वो लोकसभा में खराब प्रदर्शन या विधानसभा की चुनाव की लेकिन अब कांग्रेस के पुराने नेताओं ने वरिष्ठ नेताओं ने ही कांग्रेस की दुर्गति करने पर लगे हुए हैं । हालिया अभी जो बयान आया है मणिशंकर अय्यर उन्होंने ही कांग्रेस को उनके सबसे बड़े नेता के परिवार को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। राजीव गांधी के एजुकेशनल क्वालिफिकेशन को लेकर के जिस तरह की बात उन्होंने की है वह निश्चित तौर पर कांग्रेस के लिए बहुत बड़े एंबेरेसमेंट की बात है उन्होंने जिस तरह से बोला है कि वह उनके साथ पढ़ते थे और राजीव कैंब्रिज में अपना एग्जामिनेशन पास नहीं कर पाए और उसके बाद दूसरे कॉलेज जाकर के भी वह अपना एग्जामिनेशन नहीं पास कर पाए यह कांग्रेस के लिए बड़ा एंबेरेसमेंट है।

G 23 नेताओं ने भी बजाया था विरोध का बिगुल

सबको मालूम है कि ग्रुप 23 के जो नेता थे वह लगातार विरोध करते रहे राहुल गांधी के नेतृत्व को लेकर के गांधी परिवार के नेतृत्व को लेकर के, और एक के बाद एक उन सब ने कांग्रेस को छोड़ दिया चाहे कपिल सिब्बल हो चाहे गुलाम नबी आजाद हो लेकिन मणिशंकर अयर जिस तरह की राजनीति करते थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में जिस तरह के उनके बयान होते थे वह शब्द इस्तेमाल करना भी ठीक नहीं है जो शब्द उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए इस्तेमाल किया पाकिस्तान जाकर के किस तरह से उन्होंने भारत में चुनाव हराने और इस तरह की अपील की यह सारी चीजें सबको मालूम है और ऐसा कहा जाता था ऐसा माना जाता था कि मण शंकर अयर जो है वो उनका थोड़ा सा लेफ्ट माइंडसेट है विदेश सेवा के अधिकारी पूर्व विदेश सेवा के अधिकारी हैं लेकिन अब वो जिस तरह की बात राजीव गांधी के बारे में कर रहे हैं उससे कांग्रेस बैकफुट में आ गई है। वैसे कांग्रेस नेता अपनी झेप, बेज्जती से बचने के लिए कह रहे हैं कि वह एक सेंट्रिक आदमी है उनके उनको इलाज की जरूरत है।

गांधी नेहरू परिवार के करीबी उनके खिलाफ बयानबाजी क्यों कर रहे हैं,

लेकिन ऐसा अचानक हुआ क्यों , क्यों इस तरह की बात मणिशंकर अयर ने की , और वो मणिशंकर अयर जो गांधी परिवार है या गांधी नेहरू परिवार है के करीबी थे आज उनके खिलाफ जाकर के उसके बारे में इस तरह की बयानबाजी क्यों कर रहे हैं, माना जा रहा है कि ,यह वैसा ही मामला है जो जी 23 वाले ग्रुप के कांग्रेस के नेताओं का था, ग्रुप 23 के लोग जो सुधार की बात कर रहे थे वह वैसा ही मसला है वैसे जी 23 हिस्ट्री भी हो गया वह पूरा का पूरा बिखर गया है कुछ दूसरी पार्टी मेंचले गए हैं कुछ ने अपना अलग संगठन बना लिया है या कुछ दूसरी जगह भी तलाश लिए।

कुछ दिन पहले शशि थरूर के निकले थे बगावती सुर

अभी मणि शंकर अयर ने ऐसी बात की उनके 1015 दिन पहले एक और विदेश सेवा से जुड़े यूएन में नौकरी कर चुके शशि थरूर जिनके जिनके इंटेलेक्चुअलिज्म पर जिनके ज्ञान पर जिनके नॉलेज पर जिनके स्किल्स पर कोई डाउट नहीं करता है उन्होंने भी कांग्रेस को चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि अगर वह उनकी कद्र नहीं करेंगे तो उनके पास ऑप्शंस हैं और यह अगर कोई यह समझता है कि उन्होंने धमकी दी तो हां वह सही समझ रहा है उन्होंने धमकी दी इसलिए कि केरल में बावजूद इसके कि चाहे अच्छी हवा रही हो चाहे बुरी हवा रही हो उन्होंने अपनी सीट तिरुवनंतपुरम की जीत करके दी है। पर केरल में ही तीन बड़े नेता आपस में लड़ रहे हैं ।चाहे रमेश नीथल हो चाहे केसी वेणगोपाल और शशि थरूर ये तीनों की आपस में लड़ाई है कि वहां पर कौन बड़ा नेता है

राहुल गांधी लगातार 90 चुनाव हार चुके पर अभी भी leader

दूसरी तरफ गांधी परिवार का भी अपना द्वंद है कि वह वहां राहुल गांधी की चलेगी या प्रियंका गांधी की चलेगी अभी तक तो राहुल गांधी की चल रही है और जबतक सोनिया गांधी हैं ,जो भी निर्णय होगा वो राहुल के पक्ष में होगा और यही सबसे बड़ा विरोधाभास यही सबसे बड़ा विरोध का कारण और जो वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी का कारण है कि राहुल गांधी लगातार अब तक 90 चुनाव हार चुके हैं लगातार चुनाव हार रहे हैं एक के बाद एक चुनाव हार रहे हैं उसके बाद भी राहुल गांधी के ही नेतृत्व का भरोसा किया जाता है और उन्हीं पर निर्भरता एक के बाद एक बनाए रखी जा रही है किसी और नेता को नहीं प्रयोग किया जा रहा है उस उसकी क्षमताओं को नहीं आका जा रहा है तो यह एक बड़ा प्रश्न चिन्ह नेतृत्व पर लगाता है लगता है और नेतृत्व का मतलब हो गया गांधी और नेहरू परिवार।

कांग्रेस को समझने की जरूरत कुछ ना कुछ बड़ा बदलाव करना पड़ेगा नहीं तो विरोध बढ़ेगा

अब मणिशंकर अयर ने भी गांधी परिवार के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया है। मणिशंकर अयर को गांधी परिवार का नजदीकी माना जाता था तो अगर ऐसा हो रहा है तो फिर निश्चित तौर पर कांग्रेस को समझने की जरूरत है कि वह मुश्किल वाली स्थिति में है उनको कुछ ना कुछ अपने आप में बदलाव परिवर्तन करने की जरूरत है और यह बदलाव परिवर्तन करें तो ज्यादा अच्छा है नहीं तो इस तरह के डिसेंट वॉइसे आती रहेंगी

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