घर किस दिशा से बड़ा या छोटा है जानना जरूरी नहीं तो जीवनभर नुकसान-परेशानी
शुभ प्लॉट्स होते हैं जो अच्छे प्लॉट्स माने जाते हैं यदि रेक्टेंगुलर और आपका स्क्वायर प्लॉट है तो ऐसे प्लॉट्स हमेशा अच्छे माने जाते हैं क्योंकि उनके सारे कॉर्नर्स 90 डिग्री पर होते हैं वह बहुत अच्छे हैं यदि आपका इंटरनल वास्तु भी अच्छा है तो उन प्लॉट्स पर बहुत अच्छी कंस्ट्रक्शन और बहुत शुभ देने वाले फल होते हैं ।पर जिन प्लॉट्स में एक्सटेंशन है जैसे कई मकान पीछे से बहुत चौड़े हैं और आगे से धीरे-धीरे कम छोटे होते चले जा रहे हैं और कुछ प्लॉट्स इससे उल्टे होते हैं, आगे से बहुत चौड़े लगते हैं और पीछे से जाते-जाते तक कम दिखने लगते हैं तो यह ज रिडक्शन है वो हमारा किस एरिया को कवर कर रहा है किस एरिया में हमारे को एक्सटेंशन मिल रही है और किस एरिया में हमारे को जो हमारा प्लॉट है कम कर रहा है उस किस एरिया को तो उस एरिया के हिसाब से बहुत डिसाइडिंग फैक्टर होता है कि वह हमारे लिए शुभ फल देने वाला है या अशुभ फल देने वाला है
घर का Extension इस दिशा में तो Health-Wealth की भरमार
प्लॉट का एक्सटेंशन टुवर्थ नॉर्थ ईस्ट ईस्ट एंड नॉर्थ की तरफ है तो ऐसे प्लॉट अच्छे होत हैं शुभ फल देने वाले होते हैं आपको हेल्थ वेल्थ प्रोस्पेरिटी नेम फेम सब मिलती है तो अगर आपका इंटरनल वास्तु अच्छा है तो वो आपके ऐसे प्लॉट कहते हैं कि लकी प्लॉट माने जाते हैं कि उनको तो ले ही लेना चाहिए वो बहुत अच्छे प्राइसेस में भी जाते हैं ।
EXTENTION इस दिशा में तो चोरी एक्सीडेंट्स , विवाद का खतरा
जो प्लॉट्स हमारे को नेगेटिव इफेक्ट्स देते हैं वो हमारे हैं साउथ , साउथ ईस्ट साउथ वेस्ट यदि यह डायरेक्शंस में प्लॉट्स हमारे बढ़े हुए हैं आगे की तरफ निकले हुए हैं जो कटा हुआ ऐसा है वह प्लॉट जहां पर कंस्ट्रक्शन आपकी साउथ ईस्ट में बड़ी हुई होगी वेस्ट साउथ वेस्ट और साउथ में है तो वहां पे आपको लीगल इश्यूज का सामना करना पड़ सकता है, चोरी, एक्सीडेंट्स , विवाद डिस्प्यूट्स मतलब नुकसान में कुछ ना कुछ कुछ ना कुछ लगा रहता है, फिर यदि आपका इंटरनल वास्तु भी खराब है तो आपका साउथ बड़ा प्लस इंटरनल वास्तु भी यदि खराब है तो ऐसे हमारे को उसके साइड इफेक्ट्स इसमें डरने की बात नहीं है इसका रेमडीियल पार्ट है ।
वास्तु में उपाय– बड़ा सा पेड़ लगा लें
यदि आप प्लॉट खरीद रहे हैं तो ध्यान रखें नॉर्थ नॉर्थ ईस्ट और नॉर्थ वाले प्लॉट्स एक्सटेंशन में है तो वह लेकर अपना कंस्ट्रक्शन कराएं बहुत वास्तु के हिसाब से और जो हमारे एक्सटेंडेड यदि आपके साउथ साउथ ईस्ट साउथ वेस्ट है तो उसको अवॉइड करें वो हमारे को बहुत अच्छे फल नहीं देते लेकिन फिर भी किसी कारण से आपने वह ले ही लिया है या बन गया है तो जो हमारा बढ़ा हुआ पार्ट है उसके लिए रेमडीयल पार्ट आप फॉलो करें रेमडीियल पार्ट में या तो वहां पर हम दीवार बनवाते हैं या मिरर लगता है आपके पिरामिड्स लगाके वहां पे उस एरिया को या कॉपर वायर लगा के काट दिया जाता है तो बहुत सारे तरीके होते हैं यह रेमडीयल पार्ट आप किसी अच्छे वास्तु शास्त्री को दिखाने के बाद ही रेमडीियल पार्ट कराएं उस एरिया को आप कट करके वहां पे सबसे अच्छा यूज़ हो सकता है कि आप अपनी कार पार्किंग की जगह निकाल लें या फिर बड़ा सा पेड़ लगा लें तो वह हमारे एक्सटेंशन का काफी हद तक रेमडीियल पार्ट हो जाता है वो आपके असर पर एक्सटेंशन नहीं डालती।
Extension इस दिशा में मन अशांत रहता है- Prosperity , Name-Fame
यदि आपका वो साउथ साउथ ईस्ट या साउथ वेस्ट में है अब यदि हमारे को वही प्लॉट रिडक्शन में मिले नॉर्थ ईस्ट ईस्ट और नॉर्थ के प्लॉट हमारे को कम मिले और टुवर्ड्स वो साउथ ज्यादा बड़े हुए हो तो सेम अपोजिट ही हो जाएगा ना तो आपको नॉर्थ नॉर्थ ईस्ट और नॉर्थ वाले प्लॉट्स यदि ऐसे मिल रहे हैं जो कट रहे हैं वो प्लॉट तो बिल्कुल ही लेने ही नहीं चाहिए जो वस्तु के हिसाब से देखा गया है वहां पर लीगल इशू रहते हैं, मन अशांत रहता है, प्रोस्पेरिटी नेम फेम सभी में कहीं ना कहीं कहीं ना कहीं इशू आ रहे होते हैं तो यदि आप ले रहे हैं प्लॉट्स और उसका एक्सटेंशन किस डायरेक्शन में है खरीदते टाइम यह थोड़ा सा यदि आप ध्यान रख लें तो आपको शुभ प्लॉट बहुत जल्दी मिल सकता है और यदि एक्सटेंडेड प्लॉट मिल भी गया है तो रेमेडीज आपको बहुत अच्छा काम करेंगी किसी अच्छे वास्तु शास्त्र से आप अपना कंसल्ट करके अपना वहां पर कंस्ट्रक्शन कर सकते हैं सारे वास्तु के नियम जो प्रैक्टिकली पॉसिबल है बहुत सारी चीजें ऐसी होती है जो प्रैक्टिकली पॉसिबल नहीं होती है तो इसलिए हम रेमेडीज भी वो बताते हैं जो प्रैक्टिकली पॉसिबल होती हैं और देखने में सही लगे मिलेंगे।
