सीढ़ियां किस दिशा में निकालनी चाहिए और अलग-अलग दिशाओं में अलग-अलग फ्लोर्स होने के कारण कई बारी सीढ़ियां जो हमारी वास्तु के हिसाब से नहीं निकलनी चाहिए हमें फिर भी निकालनी पड़ जाती है तो उन सीढ़ियों का क्या रेमेडी होगी उसकी रेमेडी के बारे में बात करेंगे
नॉर्थ और ईस्ट में भारी सीढियां मतलब परेशानी ही परेशानी

हालांकि कुछ लोग इस चीज को मानते हैं कि यदि हमारी नॉर्थ नॉर्थ ईस्ट जो हमारी पॉजिटिव डायरेक्शंस होती हैं हम वहां पे सीढ़ियां एंटीक्लॉकवाइज निकालें तो काफीहद तक उसका रेमीडियल पार्ट हो जाता है तो वो तो हर एक का अपना-अपना मानना है जो एक बेसिक कांसेप्ट है कि सीढ़ियां भारी होती हैं स्टेयर्स जब आपकी बन जाती है तो वहां के एरिया का जो वजन है वह बढ़ जाता है औरवास्तु के हिसाब से आपका साउथ हैवी होना चाहिए और नॉर्थ नॉर्थ ईस्ट हमेशा हल्का होना चाहिए तो हां यदि आपने वास्तु एक्सपर्ट से कंसल्ट करके सीढ़ियां बनाई हैं सीढ़ियां लाइट रखी हैं ट्रांसपेरेंट रख हैं तो वो कहीं काफी हद तक और एंटीक्लॉकवाइज बनाई है तो वो काफी हद त आपके वास्तु दोष को निवारण करेगी लेकिन यदि वहां पर आपने भारी सीढ़ियां कर दी हैं और आपका नॉर्थ औ ईस्ट बिल्कुल ब्लॉक हो रहा है क्लॉकवाइज है तो हो सकता है आपको जीवन में परेशानियां आए ।
साउथ, साउथ वेस्ट और वेस्ट तीन दिशा से सीढ़ी निकालना बहुत अच्छ

हमारे वास्तु के एंटी होने के कारण जीवन प्रभावित होता है , जब तक जीवन प्रभावित नहीं होता कोई भी इस चीज को ज्यादा ध्यान नहीं देता है कि हमारी सीढ़ी सेंटर से जा रही हैं या हमारी पॉजिटिव डायरेक्शन से जा रही हैं तो हम मानते हैं जो अच्छी डायरेक्शंस है वास्तु के हिसाब से वो है हमारी साउथ साउथ वेस्ट और वेस्ट इन तीन डायरेक्शन से यदि आप सीढ़ी निकालते हैं तो बहुत अच्छी रहती हैं।
सीढ़ी क्लॉकवाइज होनी चाहिए – राइट हैंड से पकड़ कर चढ़े
सीढ़ियों की जो डायरेक्शन होनी चाहिए सीढ़ी बनाते समय एक तो क्लॉकवाइज होनी चाहिए ताकि आपका सीढ़ी चढ़ते में राइट हैंड से आप उसका पकड़ के चढ़ सके क्लॉकवाइज होगी सीढ़ी तो आप ऐसे ही जब चढ़ेंगे तो आपका राइट हैंड से आप आराम आराम से पकड़ के सीढ़ी चढ़ेंगे और सीढ़ियों की हाइट ना बहुत ज्यादा हो और बहुत न ज्यादा नीचे हों।
सीढी पर लाल और काला रंग ना करें

कलर्स के अंदर वहां पर आप अवॉइड करें रेड एंड ब्लैक कलर सीढ़ियों में और जो आपकी सीढ़ी की स्टार्टिंग हो जो घुमाव हो वह ईस्ट टू वेस्ट या नॉर्थ टू साउथ तो वो आपको अच्छी दे सीढ़ियां अच्छे रिजल्ट्स देती हैं तो यह जो पॉजिटिव एनर्जी जहां पर नॉर्थ नॉर्थ ईस्ट क्योंकि वो हमारी ब्लॉक हो जाती है और हैवी हो जाती है , तो इस कारण आपका जो साउथ साउथ वेस्ट की सीढ़ियां ज्यादा अच्छी मानी जाती हैं और यदि आपका किसी कारणवश से इस एरिया में स्टेयर्स हैं तो आप कोशिश करें कि अपने हर रूम का साउथ वेस्ट आप हैवी कर दें नॉर्थ जितना हल्का करते जाएंगे और साउथ को जितना हैवी करते जाएंगे साउथ वेस्ट एरिया को जितना हैवी करते चले जाएंगे, तो डे बाय डे आप देखेंगे कि आपके घर की एनर्जी जो है बैलेंस होने लगेगी और जो आपको जो हम सीढ़ियों के काउंट्स रखते हैं एक बहुत ये चर्चा का विषय होता है कि हमारे को कितने काउंट्स रखने चाहिए ज्यादातर देखा गया है कि ऑट काउंटिंग सीढ़ियों की रखनी चाहिए और ऑड काउंटिंग्स में सवाल यह भी आता है कि आप कौन सा पैर जब आप पढ़ रहा है तो नंबर वन सीढ़ी किस पे आप काउंट करेंगे तो ज्यादातर देखा गया है जो आपका स्टैंडिंग पोर्शन होता है एक तो जिसके ऊपर आप पैर रखते हैं और एक आपका इस तरह से सीढ़ी का बीच में होके फिर दूसरी सीढ़ी आती है तो जो आपने काउंट करना है वो जो आपका वर्टिकल जा रहा है उसके अंदर आप काउंट्स देखेंगे वो आपके ऑड नंबर्स में होने चाहिए तो वह सीढ़ियां आपकी शुभ मानी जाती हैं , और कि सब जगह फ्लोर्स हैं तो हर फ्लोर पे ऑड नंबर ही आपका आए कोशिश आप यह करें अदरवाइज इसके अंदर बहुत सारी रेमेडीज हैं।
प्लांटर्स रख सकते हैं ग्रीन जो आपके पॉजिटिव डायरेक्शंस को एनहांस करती हैं

आपको यदि एक कम और बढ़ती आपकी सीढ़ी हो रही है तो उसको आप कैसे कर सकते हैं और आप वास्तु दोष को दूर करने के लिए यदि आपको लगता है सीढ़ियों के कारण आपका कोई वास्तु दोष है तो वहां पर आप कैमर लैंप जला के रखें वह काफी हद तक वास्तु के दोष को दूर करता है और आपने कैमफर लैंप जलाने के साथ-साथ जो सीढ़ी के नीचे हमारी जगह होती है वहां पर आप प्लांटर्स रख सकते हैं ग्रीन जो आपके पॉजिटिव डायरेक्शंस को एनहांस करती हैं और प्लस यदि आपके नॉर्थ नॉर्थ ईस्ट में किसी कारण से सीढ़ियां निकल आई हैं तो आप वहां पर थोड़े से शाइनिंग कलर्स जो थोड़े से रिफ्लेक्ट करें किसी चीज को जब रिफ्लेक्शन होगा तो आपका नॉर्थ और नॉर्थ ईस्ट का जो सीढ़ी का रेमेडी है वह पार्ट भी हो जाता है प्लस अगर वहां पे आप कोई वहां खिड़की निकाल सकते हैं वहां पे तो वह भी आपको एक पॉजिटिव एनर्जी क्योंकि वहां से आपका फ्लो शुरू हो जाएगा कहीं से भी आपका कोई थोड़ी सी भी स्पेस करके आप खिड़की निकाल दें या जैसे मैंने बताया कि आप शाइनिंग कलर्स जो थोड़ा सा रिफ्लेक्ट करें तो वो आपके सीढ़ी के दोष को दूर करेगी और प्लस आपको जो सीढ़ी का जो बीच का पार्ट होता है उसको प्रयोग करें बाकी सीढ़ी के जो हमारे और साइड्स के जो वॉल्स होते हैं उनको बिल्कुल क्लियर रखें तो ये आपके वास्तु दोष में काफी हद तक पॉजिटिविटी क्रिएट होगी नेगेटिव एनर्जी जो सीढ़ियों से क्रिएट होती है वो नहीं होगी और क्लॉकवाइज सर्दे में क्लॉकवाइज सीढ़ियां क्यों मानी जाती है क्लॉकवाइज सीढ़ियां इसलिए ही मानी शुभ मानी जाती है क्योंकि गति देती है कि हम जीवन को दिशा की ओर ले जा रहे हैं बाकी सब अपनी सोच के हिसाब से जो ठीक लगता है वही करें और वास्तु रेमेडी किसी से अच्छे से कंसल्ट करके ही करवाएं
