by NEETA ANEJA
Acupressure —नींद नहीं आती दबाएं ये Points

सबको मालूम है कि इनसोमिया क्या होता है? नींद ना आने की प्रॉब्लम होती है। जैसे रात को जब सोते हैं तो इधर-उधर हम पलटते रहते हैं। इधर उधर नींद भी नहीं आती। रात को 11:00 बज जाते हैं, 12:00 बज जाते हैं, 1:00 बज जाता है। लेकिन ऐसे क्यों होता है? कि एक तो यह है कि जब हम YouTube या अपना फोन देखकर सोते हैं या टीवी देखकर एकदम उसे बंद करते हैं। बेड के ऊपर बेड के ऊपर लेटे होते हैं उसको बंद करते हैं और हम सो जाते हैं। तो उसकी जो रेज है जो टीवी की या आपके फोन की रेज है वो रेज ज है आपके मेलाटोनिन जो बनता है ब्रेन में हार्मोन उसको नहीं पता होता कि अभी दिन है या रात है। वो तो दिन ही समझता है। तो वह एक्टिव हो जाता है। उसकी एक्टिव होने की वजह से नींद नहीं आती।
कान में मौजूद ये Points दबाने से होता है फायदा

अब बहुत सिंपल से इसके पॉइंट है। आप 10 उंगलियों के ये पॉइंट्स के ऊपर पर्पल कलर लगा लेना है। और दूसरा आपने इस तरह से इस तरह से इसको प्रेस भी करते जाना है। अगर आप प्रेस भी करते रहोगे तो आपको उसका डबल इफेक्ट मिलेगा। तो इस तरह से इस तरह से यह प्रेस भी करते जाना है। जैसे इसके ऊपर यह प्रेस करते जाए। और दूसरा एक और मैं आपको एक और पॉइंट बताती हूं जो कि इधर है हमारे कान। ये हमारे कान है। ये दो हमारे कान है। बीच में हमारी आंखें हैं। तो इन दोनों कानों को अगर आप प्रेस करोगे ऐसे करके अपने अंगूठों को ऐसे प्रेस करोगे तो आपको बहुत जल्दी रिलीफ मिलेगा। मतलब नींद बहुत जल्दी आएगी आपको। एक और पॉइंट आपको बताती हूं। बहुत अहम पॉइंट है वो। वो है कानों के पीछे। तो ये कानों के पीछे जो कान ये ये है आपका इयर लो। लो के बिल्कुल पीछे चले जाओ। तो यहां पर आपको जहां पर यह एक दो बोनस आती है ऐसे करके उनके नीचे आपको एक पिट सी मिलेगी या एक गड्ढा मिलेगा। उस गड्ढे को आपने प्रेस करना है। जब आप उस गड्ढे को प्रेस करोगे तो आपको अपने आप नींद आ जाएगी। नींद की प्रॉब्लम नहीं होगी। दूसरा यह है कि इनसोमिया के खाने पीने की बहुत रीज़ंस है कि गलत खाना पीना है उसकी वजह से हो जाते हैं। दूसरा मैं थोड़ा सा आपको बस प्राणायाम और थोड़ा सा योगा का मैं ऐड करना चाहती हूं कि थोड़ा सा आप वो भी करोगे जैसे अनुलोमविलोम कर लिया और कुछ योगा है इसके अंदर कुछ योगा एक्सरसाइज है वो भी अगर आप करोगे तो आपको बहुत फायदा होगा इसका डबल लाभ मिलेगा
Vertigo यानी चक्कर आना Acupressure में है इलाज

दूसरा वर्टिगो है। वर्टिगो आजकल बहुत बच्चों को भी हो रहा है, बड़ों को भी हो रहा है। वो बिकॉज़ क्योंकि नींद नहीं पूरी होती। इसलिए क्योंकि आपको बहुत चक्कर आते हैं और आपसे खड़े भी नहीं हुआ जाता कई बार और आपको सपोर्ट लेनी पड़ती है। वो चक्कर क्यों आते हैं? क्योंकि देखो बहुत हम प्राणायाम तो करते हैं। प्राणायाम से ये पूरी नस नाड़ियां जो पीछे से जाती है हमारे स्कल के पीछे से। यह सारी नस नाड़ियों में खून बहता हुआ चला जाता है। फ्लो करता है हमारे ब्रेन की ओर ऑक्सीजन जाती है। हमारा ब्रेन ऑक्सिजनेटेड हो जाता है। लेकिन फिर भी कोई नस नाड़ी ऐसी होती है जो दब जाती है। कंप्रेस हो जाती है। कंप्रेशन आ जाता है। वो हमको कई बार देखो डॉक्टर के पास भी आना पड़ता है। पर हम उसको क्या करते हैं? एक्यूप्रेशर पॉइंट से भी उसको रिलीज किया जा सकता है। जो हमारी गर्दन के पीछे होते हैं नस नाड़ियां जा रही है उनके ये अंगूठा है। अंगूठे के पीछे वाले जो पॉइंट्स हैं आगे वाले जो पॉइंट्स है वो हमारे इधर के हैं थायरॉइड के जो पीछे वाले पॉइंट्स हैं उनको आप दबाएंगे। उनको आप दबाएंगे। दूसरा आप यह जो फिंगर है इसके जॉइंट यह फर्स्ट जॉइंट है। यह देखो यह मेरा यह फर्स्ट जॉइंट है इसके नीचे। बस यहां पे आप प्रेस करेंगे। यहां पर आप प्रेस करेंगे क्योंकि ये सारे मैंने आपको बताया हुआ है पहले भी कि ये सारे हमारे हेड पॉइंट्स हैं। तो हेड से रिलेटेड है यह। तो ये ये हमारा यह फर्स्ट जॉइंट है मिडिल फिंगर का। इधर आप पॉइंट लगाएंगे। रेड कलर लगाएंगे तो आपको बहुत फायदा होगा। दूसरा आप अंगूठे के पीछे यहां पर भी आप रेड कलर लगाएंगे तो आपका ब्लड फ्लो भी अच्छा हो जाएगा और दूसरी आपकी ऑक्सीजन भी अच्छी मिलेगी।
NEETA ANEJA
Neetaaneja123@gmail.com

