By arati jain
कैसे जाने चंद्रमा चल रहा खराब -क्या कर सकते हैं कौन से कारक चंद्रमा को दर्शाते हैं
चंद्रमा ग्रह का हमारे जीवन पर कैसा बुरा प्रभाव पड़ता है और आप उसको कैसे पहचानेंगे। जीवन में कईं छोटी छोटी बातों पर ध्यान रखोगे तो पता चल जाता है कि चंद्र गृह खराब चल रहा है। पर उसके लिए सबसे पहले आपको कारक पता होने चाहिए। चंद्रमा के कारक हैं आपकी मां और सबसे बड़ा पका मन और जल। यह तीन मुख्य कारक हैं चंद्रमा के, जिनसे आप अपने खराब चल रहे चंद्रमा को पहचान सकते हैं , अगर आपके जीवन में चंद्रमा का बुरा प्रभाव है तो आप अपनी माता का सम्मान नहीं कर पाएंगे। अपनी सास का सम्मान नहीं कर पाएंगे। आपकी अपनी मां और सास से नहीं बनती होगी। साथ ही साथ आप जल का दुरुपयोग करते होंगे और आपको पता ही नहीं चल पाता होगा , जैसे की नल खुला छोड़ देना , सब्जी धोते समय , ब्रुश करते समय नल पूरी तरह से खुला रखना और जल की वेस्ट करना। आप घूमने गए, नदी में आपने कूड़ा कचरा डाल दिया।
मन विचलित हो रहा-निर्णय नहीं ले पा रहे मतलब चंद्रमा खराब

और चंद्र गृह खराब का सबसे बड़ा संकेत आपका मन है। मन जो है वो हमेशा विचलित रहेगा। छोटी-छोटी बातों को आपको परेशानी लगेगी। आप दुखी हो जाओगे। आप खुशी में भी दुखी रहोगे। और इन सब चीजों से आपका जीवन हमेशा ही तनाव में रहेगा। और यही कारण आपको बताते हैं कि आपका चंद्रमा ठीक नहीं चल रहा है, आपका मन अचानक ही विचलित होता है दुखी होता है तो आप सोचते हो ऐसा क्यों हो गया मेरे को ऐसा क्यों हो रहा है मैं तो सब कुछ अच्छा करती हूं पर ये सब चंद्रमा का ही प्रभाव होता है जो समझ में नहीं आ पाता
छोटे उपाय जो ठीक कर सकते हैं आपका चंद्रमा
पर आप परेशान मत होइए। चंद्रमा आपका ठीक हो सकता है और छोटी-छोटी टिप्स से ही आप अपने चंद्रमा को ठीक कर सकते हैं। जैसे मां का सम्मान करिए। मां से अच्छा व्यवहार करिए। अपनी सास से अच्छा व्यवहार करिए। अगर आपकी सासे नहीं बनती तो परेशान मत होइए। आप थोड़ा पीछे हट जाइए, जरूरी नहीं उनके गुस्से का जवाब दें, आप जवाब मत दीजिए। मां से अगर आपके विचार मतभेद हैं तो आप मां से बात करिए, खुलकर बात करिए, अपनी सास से खुलकर बात करिए कि क्या कारण है कि आप मुझसे परेशान रहती हो, दुखी रहती हो। आप जल का दुरुपयोग मत करिए। कई बार हमारी कुंडली में अच्छा चंद्रमा है। पर हम इन्हीं छोटी-छोटी बातों से अपने चंद्रमा को खराब कर लेते हैं। जैसे मां का सम्मान नहीं करना, , जल का दुरुपयोग किया। मन को शांत करने के लिए कोशिश नहीं करना। । अगर आप बहुत परेशान हैं तो थोड़ा सा पानी पीजिए। पानी पी के अपना काम शुरू कर लीजिए। थोड़ी देर शांत हो के बैठ जाइए। मेडिटेशन कर लीजिए। पानी अगर आपको पानी में पानी आपका गंदा हो रहा है उसको साफ रखने की कोशिश करिए।
चंद्रमा लाता है ज्यार भाटा फिर मन का क्या हाल करता होगा
अगर आप कहेंगे कि नहीं ऐसा कुछ नहीं होता तो आप खुद ही सोचिए जब पृथ्वी पर एक ज्वार भाटा एक इतनी बड़ी पृथ्वी पर पानी का सब इतने बड़े समुद्र में ज्वार भाटा चंद्रमा ला सकता है तो क्या हमारे मन को के ऊपर उसका असर नहीं पड़ेगा हमारे मन पर भी उसका असर पड़ता है पूर्णमासी पर उसका असर पड़ता है अमावस्या पे उसका असर पड़ता है जिसका चंद्रमा खराब होता है वो अमावस्या के टाइम पे डिप्रेशन में आ जाता है और जिसका चंद्रमा बहुत ज्यादा उग्र रूप में होता है। उसका चंद्रमा जब पूर्णमासी आती है तो वो अपने को बहुत ज्यादा हाइपर हो जाता है। और आप मोस्टली देखते होंगे कि पागलखाने में जब आप जब बहुत उन्माद में लोग होते हैं वो पूर्णिमा का ही टाइम होता है। और अगर आपको नोटिस करना है अपने आसपास के लोगों में अपने बच्चों में किसी भी का भी तो आप नोटिस करिए कि वो पूर्णिमा के टाइम पर कैसे रहते हैं। तीन-चार दिन पूर्णिमा से पहले तीन-चार दिन पूर्णिमा के बाद ऐसे ही अमावस्या से तीन-चार दिन पहले और अमावस्या के तीन-चार दिन के बाद आप उनको महसूस करिए कि मुझमें या बच्चों में या दोस्तों में क्या परिवर्तन हो रहे हैं आपको खुद को पता चल जाएगा कि चंद्रमा का असर हमारे जीवन पर बहुत ज्यादा पड़ रहा है , क्योंकि यह हमारे मन को ही कंट्रोल करता है
पूर्णिमा और अमावस्या पर मन विचलित मतबल चंद्र दोष
अगर आपको डिप्रेशन में आज अमावस्या के टाइम पर अगर आप डिप्रेस हो जाते हैं, तो उस समय आप परेशान मत होइए। एक तो आप काले रंग का अवॉइड करिए। काले रंग को दूर करिए। दूसरा आप पानी पूरा पीजिए। और जो भी आपके मन में कोई बात है, कुछ है, उसको शांति से दूसों के सामने रखने की कोशिश करिए। आप अंदर ही अंदर मत घुटिए। और अगर आपको लगता है किकोई मेरी बात नहीं सुन रहा, तो आप लिख सकते हैं। लिखिए और फाड़ के फेंक दीजिए। तो आपके मन की जो भी बात है वो आपके मन से निकल गई और आपका मन शांत हो गया और जो भी आपको डिप्रेशन अगर आना है तो वो आपको धीरे-धीरे करके नहीं आएगा। ऐसे ही अगर पूर्णमासी पे आप बहुत हाइपर हो जाते हैं तो उसमें आपको थोड़ा सा ज्यादा ध्यान रखना पड़ेगा। क्योंकि उस समय आपके जो अंदर की वेव्स है बहुत ज्यादा उछाल मार रही हैं और आप उसको कंट्रोल करने के लिए एक तो आपको वह पानी बहुत पीना पड़ेगा। साथ ही साथ उसके लिए आपको अपने घर वालों का साथ भी लेना पड़ेगा। जिससे कि वो उनको ऐसा आप महसूस करवाइए कि इस समय वो आपको ज्यादा गुस्सा मत दिलवाएं। आपको ज्यादा परेशान मत करें। अगर आप कभी-कभी वायलेंट भी हो जाते हैं, परेशान भी हो जाते हैं तो उस समय थोड़ा सा शांत हो करके आपको थोड़ा सहयोग करें।
