Bihar क्या राहुल की वोटर यात्रा विदेश से प्रायोजित है
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बिहार में वोट अधिकार यात्रा वोटर अधिकार यात्रा पर हैं और वो पूरे बिहार में 13 लगभग 1300 किलोमीटर की 16 दिन की उनकी यात्रा है। पर वोट चोरी को लेकर एक कैंपेन के दौरान एक यंग बच्चे ने राहुल गांधी को उनके समीप जाकर के उनको किस करने की कोशिश की। राहुल गांधी मोटरसाइकिल चला रहे थे और उनके पीछे बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश कुमार बैठे हुए थे। उत्साह में आदमी कुछ भी करता है उत्साह है और उसको कोई वो भी नहीं मतलब कोई उस पर उस उत्साह पर प्रश्न करना ठीक नहीं है लेकिन घटना जरूर पर प्रश्न करना जरूरी है। इसमें चिंता करने वाली बात यह है कि ऐसे ही एक इलेक्शन कैंपेन में राहुल गांधी के पिता की हत्या हो गई थी। जिस तरह से सुरक्षा में चूक हुई है। सिक्योरिटी फर्सेस को भी अलर्ट रहना चाहिए। इसके अलावा राहुल गांधी को भी इस तरह की घटनाओं से सबक लेना चाहिए वैसे जो बात कही जा रही है राहुल गांधी के पूरे कैंपेन को लेकर के यह कहा जा रहा है कि यह पूरा का पूरा विदेश से प्रायोजित कार्यक्रम है जिसका राहुल एक हिस्सा हैं। राहुल गांधी को लेकर के अगर कोई इस तरह का दुर्घटना हो और उसका चुनावी वायदा हो ये सारी चीजें भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी उनकी सुरक्षा ये बहुत संवेदनशील मामला है। इसको लेकर के जरूर चौकन्ना रहने की जरूरत है।
Bihar —पकड़े गए दो पाकिस्तानी नागरिक

एसआईआर कैंपेन के दौरान बिहार में उसमें भागलपुर जिले में दो पाकिस्तानी वोटर मिले हैं जो 1956 में भारत आ गए थे और यहां पर रह के उन्होंने उनके पास 58 तक का वीजा था और यहां तक यहां रह के वो उन्होंने आधार ऑब्टेन कर लिया। उन्होंने बाकी और सारे डॉक्यूमेंट कर लिए और वोटर आई कार्ड उन्होंने बना लिया। अब यह इसको लेकर के बहुत सारा प्रश्न था कि एसआईआर में बहुत इस तरह के लोग हैं जब डिपोर्टेशन हो रहा था पाकिस्तानी नागरिकों का तो जम्मू कश्मीर में बहुत सारे ऐसे लोग मिले जो 35 35 साल से 30-30 साल से बिना वीजा रिन्यू किए हुए रह रहे थे। दिल्ली में भी बहुत सारे ऐसे लोग थे जो टूरिस्ट वीजा पर आए और यहां आकर के उन्होंने शादी कर ली। अब इसमें जो दो लोग हैं जिनको वो किया गया है और उनको होम मिनिस्ट्री ने उनको डिपोर्ट करने उनका सबसे पहले जो वोटर आई कार्ड है वो कैंसिल करने के लिए कहा गया है। दोनों भाग दोनों महिला हैं और दोनों भागलपुर जिले की हैं। इस बात को वहां के जो डीएम है उन्होंने कंफर्म किया है। इनमें से एक का नाम है इमराना खानम। इनका जो है पासपोर्ट जो 1956 का है और 28 तक का वीजा था। इसके बाद ये इनके पास जो नोटिस आया है वो 11 अगस्त को आया है। अह बूथ लेवल की जो एक कार्यकर्ता है फरजाना खानम ने ऐसा बताया है। तो ये अपने आप में बहुत जो एसआईआर की एक्सरसाइज है उसके इस तरह के बहुत सारे फायदे हैं। अभी तो बांग्लादेशियों के नाम आने बाकी हैं।
