BIHAR! नीतीश का इस्तीफा मांगना कितना है जायज?
मुस्लिम महिलाओं का हिजाब पहनकर काम करना? स्कूल जाना? इलाज करना या कोई अवार्ड लेना क्या जायज है? बिहार में घटी एक घटना के बाद यह मामला बिहार तो क्या पूरे देश में एक बार फिर चर्चा का विषय बन गया है।दरअसल हाल ही में बिहार में नए नियुक्त हुए आयुष चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र देते समय CM नीतीश कुमार ने हिजाब पहनकर नियक्ति पत्र लेने वाली एक महिला का हिजाब खींच लिया था, बस यह मामला तूल पकडता जा रहा है। हालांकि CM के पक्ष में विपक्षी नेता पप्पू यादव ने यह तक कह दिया कि एक पिता की हैसीयत से CM ने यह किया। पर गलत सोच रखने वाले लोगों को तो जैसे मौका ही मिल गया, मुस्लिम समाज तो क्या विपक्ष के तमाम नेता इस मामले को भुनाने की कोशिश में लग गए हैं, और नीतीश के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं, पर इन सब के बीच बहुत से लोगों ने हिजाब के खिलाफ अपने तर्क देने शुरू कर दिए और नीतीश को सपोर्ट कर रहे हैं, लोगों को कहना है कि एक तरफ इरान और अफगानिस्तान में मुस्लिम महिलाएं हिजाब से छुटकारा पाने के लिए संघर्ष कर रही हैं अपनी जान दे रही हैं, और हमारे देश में कुछ मुसलिम संगठन राजनीती रोटियां सेकने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं। वैसे यह भी सोचने वाली बात है कि क्या एक मुसलिम महिला हिजाब पहनकर मरीजों का इलाज कर सकती है, कोर्ट में जाकर अपने client का केस लड़ सकती है। क्या भरे समारोह में मुस्लिम महिला हिजाब पहनकर अपना नियक्ति पत्र ले सकती है। जनता समझदार है।
BIHAR -लालू सोच रहे होंगे अच्छा है जो चुनाव नहीं जीता- कारनामे ही कुछ ऐसे

बिहार चुनाव से पहले जब लालू ने अपने बडे बेटे तेजप्रताप को ना केवल घर निकाला बल्कि पार्टी निकाला दे दिया था तो काफी चर्चा चली थी कि इससे RJD पार्टी को बहुत नुकसान होगा, पर राजनीती के पुराने खिलाड़ियों ने इस साफ तौर पर नकार दिया और सीधे सीधे कह दिया कि बिहार राजनीती में तेजप्रताप की कोई हैसीयत ही नहीं तो वो किसे कैसे नुकसान पहुंचा सकते हैं, और इसके पीछे बड़ी वजह यही है कि तेजप्रताप को जनता उनके कारनामों के कारण कभी भी सीरियस नहीं ले पाई है, अब कुछ समय पहले इंस्टाग्राम रील्स में तेजप्रताप कृ्ष्ण और शिव भगवान के उपासक के रूप में दिखे, इससे पहले वो पूरा कृष्ण रूप धारण करके चर्चा में आ गए थे, और अब तेजप्रताप एक नए अवतार में बिहार की सड़कों में घूम रहे हैं और हंसी का पात्र भी बन रहे हैं। जी हां लालू के बड़े लाल को आजकल पटना की सड़कों पर कावासाकी कंपनी की सुपरबाइक चलाते हुए देखा जा रहा है और वो भी फिल्म धूम के स्टाइल में। इस बाइक का हरा रंग और बैकग्राउंड में चलता धूम फिल्म का गाना—धूम मचा ले धूम बिहार की जनता को शायद यही सोचने पर मजबूर कर रहा है कि गनीमत है कि ये नौटंकी करने वाले नेता , चुनाव नहीं जीते नहीं तो राजनीती को ही नाटक करने का अखाड़ा बना देते वैसे आपको बता दें कि तेज प्रताप यादव की नई Kawasaki बाइक जो अपनी रफ्तार और रेसिंग लुक के लिए विश्वभर के युवाओं में बहुत famous है.
