cosmetic surgery

Cosmetic surgery

महानायिका के खिताब से सम्मानित, अपने चुलबुले अंदाज, दिलकश अदाओं , बेहतरीन डांस से लोगों के दिलों पर लंबे समय तक राज करने वाली श्रीदेवी की मौत अभी भी एक अनसुलझी पहेली जैसी लगती है।

किसी को अभी तक यकीन नहीं होता कि बाथरूम के टब में डूबकर उनकी मौत हो गई। इस मशहूर अदाकारा की मौत को लेकर कईं किस्से, कई अफसाने खूब चले।

Cosmetic surgery

दबे स्वरों में श्रीदेवी की अनगिनत कास्मैटिक सर्जरी के साइड इफेक्ट को भी उनकी आक्समिक मौत से भी जोड़ा गया। इस महान अदाकारा की मौत के पीछे वजह चाहे कोई भी हो लेकिन एक बात तो बिल्कुल स्पष्ट हो कि हर चीज की अति बुरी होती है। अति चाहे खाने की हो, सोने की या ज्यादा पानी पीने की।

सुंदर, जवां सदाबहार बनने की चाह में कराई जाने वाली काॅस्मैटिक सर्जरी की भी अति बुरी है और आपके शरीर को चाहे जल्दी या देर से नुकसान पहुंचा सकती हैं। खासकर तब, जब बिना सोचे समझे, अपनी बीमारियों, शरीर की कमजोरियों को नजरअंदाज कर आप ये करवा रहे हों।

ग्लैमरस दुनिया में कॉस्मैटिक सर्जरी हर उम्र की एक खास जरूरत

इसमें कोई को राय नही है कि आज की ग्लैमरस दुनिया में कॉस्मैटिक सर्जरी हर वर्ग, हर उम्र की एक खास जरूरत बन चुकी है और इसे नजर अंदाज नहीं क्या जा सकता। पहले ये सर्जरी केवल फिल्मी दुनिया, माॅडलिंग में काम करने वाले कलाकारों , उच्च लोगों के बीच ही पोपुलर थी, लेकिन अब इसकी चाहत, इसकी जरूरत आम लोगों के बीच में भी एक बडी जगह बना चुकी हैं ।

इसलिए जरूरी है कि इन अलग अलग काॅमैटिक सर्जरियों के बारे में हर किसी को पूरी जानकारी हो । एक बात सबसे अहम है जो हर किसी को जानना समझना बहुत जरूरी है कि काॅस्मैटिक सर्जरी भी सर्जरी ही है और से जुडे़ कुछ प्रतिशत रिस्क इसके साथ रहते हैं। इसे कतई नकारा नहीं जा सकता। वैसे काॅस्मैटिक सर्जरी पूरी तरह से सेफ होती है बशर्त डाक्टर, अस्पताल , इस्तेमाल होने वाले सामान के चयन में पूरी तरह से सावधानी बरती जाए।

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यदि आप काॅस्मैटिक सर्जरी करवाने के इच्छुक हैं तो हम आपकी पूरी मदद करेंगे। आपको कुछ लोकप्रिय काॅस्मैटिक सर्जरी के अलावा आपको यंग बनाने, त्वचा को चमकाने, झुर्रियों को हटाने के लिए कईं प्रोसेजर—

(बिना सर्जरी के), के बारे में विस्तार से बताते हैं। इस लेख को लिखने के लिए हमने देश के कईं जाने माने काॅस्मैटिक सर्जन, स्किन स्पेशलिस्ट से पूरी डिटेल में बातचीत की। उनसे सर्जरी से जुडें हर पहलू पर चर्चा की और उसके बाद इस लेख को तैयार किया गया है । सबसे पहले बात करते हैं नाक की सर्जरी की जो इस समय सबसे ज्यादा पोपुलर है क्योंकि आधुनिक तकनीकों के चलते इसे डे सर्जरी भी कहा जाता है मतलब अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ती।

फिल्मी जगत की हीरोइन भी करवाती है नाक की सर्जरी

फिल्मी जगत की हीरोइन भी करवाती है नाक की सर्जरी

वैसे आपको बता दें कि फिल्मी जगत की कम ही ऐसी हिराइने होंगी जिन्होंने नाक की सर्जरी नहीं करवाई हो। इसके रिजलट काफी अच्छे हैं इसलिए नाक में जरा सी भी खराबी हो हिराइने या यंग लड़कियां तुरंत ये सर्जरी करवा लेती हैं। इस सर्जरी को राइनोप्लास्टी कहते हैं । नाक को सही शेप देने के लिए यह सर्जरी करवाई जाती है। ज्यादातर तीन तरह की बिगड़ी हुई नाक को शेप में लाया जाता है।चेहरे पर नाक का साइज बहुत बड़ा है, नाक चपटी है या नथूने चौड़े हैं या फिर नाक लंबी है या उपर से नाक की हड्डी उभरी हुई है।


सर्जरी में कितना समय लगता है

सर्जरी में कितना समय लगता है

नाक का आकार त्रिकोण होता है और इसलिए ये बहुत ही कठिन सर्जरी मानी जाती है। नाक की सर्जरी में दो से चार घंटे तक का समय लग सकता हैं। यदि सर्जन ज्यादा समय ले रहा है तो समझिए वो एक कुशल सर्जन है । नाक की बारीक से बारीक कमी को दूर करने के लिए सर्जन पूरा समय लेते हैं। यह एक ओपीडी सर्जरी है लेकिन कईं मामलों में मरीज को एक दिन अस्पताल में रूकना पड़ सकता है।

सर्जरी के बाद

  • पहले दो दिन घंटे मरीज को पूरा आराम करने की सलाह दी जाती है।
  • मरीज को सोते समय सिर उपर रखना चाहिए।
  • मुंह से सांस लेना होता है।
  • वो कपड़े पहने जिसके बटन आगे हों जिससे बदलते समय कोई समस्या नहीं हो।
  • मंजन करते समय पूरी सावधानी बरतें और धीरे-धीरे करें।
  • बातचीत थोड़ी कम करें।
  • तरल पदार्थों का ज्यादा सेवन करें।
  • इसके अलावा सर्जरी के चार सप्ताह बाद तक मरीज को भारी सामान उठाने के लिए मना किया जाता है इससे नाक में ब्लीडिंग होने का खतरा रहता है।
  • नाक में इस दौराम कोई चोट नहीं लगनी चाहिए।
  • धूप से बचना चाहिए।

तीन से चार सप्ताह में नाक से अच्छी तरह से सांस लिया जा सकता है। नाक को पूरी तरह से आकार आने में तीन सप्ताह से एक साल तक का समय लगता है। लगभग बीस फीसदी मामलों मे नाक में आई सूजन जाने में एक साल तक का समय लग जाता है। इसलिए जरूरी है इस सर्जरी को करवाने से पहले इस बात का जरूर ध्यान रखें।

सर्जरी से जुड़े कुछ रिस्क

  • निशान रह सकते हैं
  • नाक से जबरदस्त ब्लीडिंग हो सकती है
  • सांस लेने में समस्या आ सकती है
  • साइनस की समस्या बढ़ सकती है।

किन लोगों में पोपुलर


२० से ३० साल की लड़कियों में ये सर्जरी बहुत पोपुलर है। ज्यादातर लड़कियां शादी से पहले, किसी खास प्रोफेशन ज्वाइन करने से पहले या माडलिंग से जुडी लडकियां राइनोप्लास्टी करवाती हैं। वैसे आजकल फिल्मी कलाकारों और माॅडल की देखादेखी काफी लड़कियां और लड़के भी इस सर्जरी को करवाने डाक्टर के पास पहुंच रहे हैं।

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चेहरे को जवां रखने के लिए आजकल कई कारगर सर्जरी उपलब्ध हैं। इसमें सबसे पोपुलर है, फेस लिफ्ट सर्जरी। इस सर्जरी को करने में दो से तीन घंटे का समय लगता है और ये आठ से दस साल तक आपका साथ देती है।

कईं मामलों में महिलाएं नाक की सर्जरी करवाने के साथ ही फेस लिफ्ट भी करवा रही हैं। इस सर्जरी में सर्जन कान के पीछे छेद करके फेस की स्किन को खींच कर वहां टक कर देते हैँ और खिची हुई त्वचा को काट दिया जाता है।

आंखों के आसपास, गालों, ठोडी या मुंह के आसपास लटकी हुई त्वचा को टाइट करने के लिए इस सर्जरी का उपयोग किया जाता है। फेस लिफ्ट कईं प्रकार के होते हैं जैसे आंखों के आसपास त्वचा ज्यादा लटक गई है तो उसे टाइट कर देते हैं या गालों के आसपास लटकी त्वचा को ठीक किया जाता है। बढ़ी उम्र में जब पूरे फेस की त्वचा लटक जाती है तो पूरे फेस की फेस लिफ्ट की जाती है। जरूरत के हिसाब से मिड, मिनी और लोयर फेस लिफ्ट के आप्शन दिए जाते हैं।

सर्जरी के बाद कुछ सावधानियां

  • मरीज को लगभग सात से १० दिनों तक झुकना नहीं चाहिए
  • भारी वजन ना उठाएं
  • कुछ दिनों तक एक्सरसाइज से बचें
  • खांसी करते समय, छींकते समय पूरी सावधानी बरतें
  • ऐसा करते हैं तो ब्लीडिंग का पूरा खतरा रहता है।

सर्जरी के बाद के रिस्क

  • कईँ मरीज दर्द की शिकायत करते हैं
  • चेहरे पर सूजन आ सकती है
  • निशान रह सकते हैं
  • तवचा पर खरोंच रहती है लेकिन ये सब समय के साथ साथ ठीक हो जाते हैं।

इसके साथ कुछ और समस्याएं भी फेस लिफ्ट के साथ देखी जाती हैं जैसे कईँ बार एनसथीसिया का रिएक्शन हो जाता है, ब्लीडिंग या इंफेक्शन हो जाता है।

इस सर्जरी से जुड़ी कुछ रेअर रिस्क भी हैं, जिनके बारे में जानना बहुत जरूरी है——-

कईँ बार उन नसों में चोट लग जाती है जो चेहरे की मांसपेशियों को कंट्रोल करती हैं , इससे कुछ समय के लिए मुंह टेढ़ा हो सकता है, त्वचा हील होने में समय लग सकता है, कईं बार बाल गिरने शुरू हो जाते हैं लेकिन ये सब बहुत रेअर कंडीशन हैं।

Blepharoplasty——ब्लापहरोपेलास्टी या आईलिड सर्जरी

आईब्रो लिफ्ट करवाने के लिए भी छोटी सी सर्जरी की जाती है। इसमे माथे और आईब्रोस पर लटकी त्वचा ठीक होती है।- इसमें आंखों के नीचे या उपर लटकी हुई त्वचा को टाइट किया जाता है और मरीज को एक यंग लुक दिया जाता है। इसमें जमे हुए फैट या लटकी हुई त्वचा को बहुत ही फाइन तरीके से बाहर किया जाता है।शुरू में थोड़ा दर्द और सूजन आती है लेकिन दो-तीन दिन में खत्म हो जाती है।

सर्जरी के बाद

  • कुछ दिनों तक आंखों को बिल्कुल न रगडे़ं
  • धूप से बचें
  • दो सप्ताह तक लैंस ना लगाएं।

सर्जरी से जुड़े रिस्क

  • आंखें ड्राई हो सकती हैं
  • सूर्य की किरणों या चमकीली लाइट से संवेदनशील हो सकती हैं आंखों की रोशनी में फर्क पड़ सकता है।

ब्रस्ट एनहैंसमेंट या ब्रेस्ट ओगमेनटेशन सर्जरी—-ये भी सर्जरी महिलाओं खासी लोकप्रिय है। इसमें ब्रेस्ट को टाइट करके, बढ़ा करके आकार दिया जाता है। आजकल यंग ये यंग लड़कियां भी अपने ब्रेस्ट को बढ़ा करवाने, उन्हें आकार देने के लिए के लिए ये सर्जरी करवा रही हैं।

कितनी तरह से होती है ये सर्जरी—

फैट ट्रांसफर ब्रेस्ट आगमेंटेशन—-इसमें महिला के शरीर के किसी मोटे हिस्से से फैट सैल को निकाल कर ब्रेस्ट में इंजेक्शन-कैनूला के जरिए पहुंचाया जाता है। ज्यादातर महिलाओं के पेट, थाई में जमा अतिरिक्त फैट को निकाला जाता है।फैट सैल को डालते समय पूरी सावधानी बरतनी होती है । पूरी प्रक्रिया में जरा सी गड़बड़ी से ब्रेस्ट में पहले से ही मौजूद फैट सैल को नुकसान पहुंच सकता है। यह पूरी तरह से प्राकतिक प्रक्रिया मानी जाती है। इस समय ज्यादातर महिलाओं में इसी तरीके से ब्रेस्ट को टाइट किया जा रहा है, आकार दिया जा रहा है। डाक्टरों के मुतबिक यंग लड़कियां जो स्मोक नहीं करती उनमें ये तकनीक काफी कारगर रहती है।

सर्जरी से जुडे़ रिस्क

  • पूरी तरह से नेचुरल प्रोसेस कहा जाता है , इसमे एक बार में तीन सौ से चार सौ मिलीलीटर फैट सैल डाल सकते हैं
  • कईं बार फैट बाडी में एबसोर्ब होने के चांस रहते हैं
  • कई बार ब्रेस्ट में गांठ होने का भी खतरा रहता है इससे ब्रेस्ट कैंसर का भ्रम हो सकता है, इसलिए ऐसी स्थिति में टेस्ट करवा कर भ्रम दूर करना जरूरी है।
  • जरूरत पड़ने पर ये प्रक्रिया दो-तीन महीने के बाद दोहराई जा सकती है। डाक्टर यहां पर सावधान करते हुए कहते हैं कि कईं जगह फैट सैल एक हजार मिलीमीटर से ज्यादा डाल दिए जाते हैं ये ठीक नहीं है, सर्जरी करवाने से पहले ये स्पष्ट करें कि कितने फैट सैल डाले जा रहे हैं।

किन महिलाओं में नहीं हो सकती ये प्रक्रिया——जो महिलाएं अपने ब्रेस्ट जरूरत से है ज्यादा टाइट करवाना चाहती या जो बहुत पतली हैं और शरीके किसी हिस्से में निकालने के लिए अतिरिक्त फैट नहीं है। उनको ये तकनीक नहीं करवाने की सलाह दी जाती है, लेकिन ऐसी महिलाओं को निराश होने की जरूरत नहीं है, उनके लिए एक और तकनीक से ब्रेस्ट एनहेंसमेंट होती है।

सिलीकोन इम्प्लांट——-इसमें दो-तीन घंटे का समय लगता है। ये सर्जरी जनरल एनसथीसिया में की जाती है। इसमें सिलीकोन का इम्पलांट इस्तेमाल किया जाता है। ब्रेस्ट को क्या आकार देना है, आपकी जरूरत क्या है इसके मुताबिक ही बांहों के नीचे या निपल के आसपास एक कट लगाकर इम्पलांट को चेस्ट मांसपेशियों के उपर या नीचे फिट किया जाता है। ये सर्जरी सात -आठ साल तक आपके ब्रेस्ट को सही आकार में रखती है, ये पूरी जिंदगी के लिए नहीं है।

सर्जरी के बाद किन बातों का ध्यान रखैं

  • दो-तीन महीने तक वजन न उठाने की सलाह दी जाती है.
  • कुछ समय तक स्पोर्ट ब्रा पहनना जरूरी होता है।
  • दवाओं का सेवन जरूर करें ये दर्द कम करने और इंफेक्शन के लिए होती है।
  • डाक्टर की सलाह पर ही स्नान लें।
  • कुछ सूजन हो तो घबराएं नहीं समय के साथ चली जाती है।

सर्जरी से जुड़े रिस्क———

  • ब्रेस्ट में दर्द हो सकता है।
  • निशान रह सकता है।
  • इंफेक्शन और ब्लीडिंग का खतरा
  • रेयर मामलों में, शरीर की ओर से इम्प्लांट रिजेक्शन का खतरा रहता है इम्प्लांट लीक या फटने का भी खतरा होता है।
  • महिलाओं को हर दो-तीन साल बाद ब्रेस्ट का एमआरआई टेस्ट करवाना चाहिए जिससे इम्प्लांट की स्थिति का पता रह सके।

तो हमने आपको यहां तीन तीन कास्मैटिक सर्जरी के बारे में जानकारी दी है। लेकिन सब जानने के बाद भी आपको अपना होमवर्क करना जरूरी है। केवल मान्यता प्राप्त डाक्टरों से ही यह सर्जरी करवाएं। इस बात का ध्यान रखें कि आप जहां सर्जरी करवा रही हैं वो जगह हर तरह के संसाधन से युक्त हैं क्योंकि यदि सर्जरी के दौरान कोई रिस्क होता है तो वो अस्पताल उसे उठाने के लिए पूरी तरह से तैायार हो।

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