बीजेपी के कईं कद्दावर नेता जिन्होंने एक तरह से पार्टी की नींव रखी थी आज बीजेपी छोड़ दूसरी पार्टी के नेता बनकर बीजेपी को डाउन करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे। इन्ही में से एक हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा , कहा जाता है कि यशवंत सिंहा का मोदी और अमित शाह से छतीस का आंकड़ा रहता था और शायद इसी कारण उन्होंने बीजेपी छोड़ टीएमसी यानी ममता दीदी का हाथ थाम लिया और आजकल वो भी congress की तरह पाकिस्तान को शिकस्त देने के बावजूद मोदी सरकार को घेरने से बाज नहीं आ रहे। हाल ही में उन्होंने सारी हदों को पार करके कह दिया कि भाजपा तो आतंकी हमलों का चुनावी लाभ उठाती रही है। पहलगाम के बाद जो कुछ हुआ उसपर यशंवत सिंनहा यह भी कह गए कि यह सब तो बीजेपी आगामी बिहार चुनाव को ध्यान में रखकर कर रही है । congress की तरह यशवंत सिंहा ने पहलगाम आतंकी हमले पर भी सवाल करते हुए कहा कि एक भी सिपाही सुरक्षा के लिए क्यों नहीं मौजूद था। ‘सुरक्षाकर्मी कहां गायब हो गए थे, उन्होंने आशंका जताई कि इस हमले की सच्चाई भी पुलवामा की तरह कभी सामने नहीं आएगी। इसको देखकर इस बात में सच्चाई नजर आती है कि कुछ नेता मोदी को डाउन करने के चक्कर में देश की सुरक्षा से comprmise कर रहे हैं।
तुर्की पर कौन फैला रहा सच -झूठ जनता है हैरान

कर्नाटक जब से भारत -पाक युद्द में तुर्की की ओर से पाकिस्तान को हथियारों की मदद करने की बात का खुलासा हुआ है, देशभर में तुर्की के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी और बायकाट अभियान चल रहा है और इन सब के बीच एक बात को लेकर जनता को पता नहीं चल रहा कि वह सच है या झूठ और congress दावा कर रही है कि झूठी न्यूज फैलाकर मीडिया औप बीजेपी congress को बदनाम कर रहे हैं। दरअसल पिछले कुछ समय से मीडिया में इस बात के सबूत पेश किए जा रहे हैं कि तुर्की में कांग्रेस का आफिस चल रहा है , इस बात को बीजेपी भी भुना रही है, अब जाहिर है कि जो जनता तुर्की का पूरी तरह से वहिष्कार करने का मन बना बैठी है वह इस बात के लिए congress को कैसे माफ कर सकती है, पर जिस तरह की फोटो लगातार वो टीवी पर देख रही है उससे जनता को लगने लगा है कि वकैया congrss का तुर्की से कुछ ना कुछ संबंध अब भी बना है, पहले congrss इस बात को बहुत हल्के में ले रही थी पर अब जब जनता सवाल करने खड़ी हो गई है तो कांग्रेस ने भाजपा आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय और रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी के खिलाफ इस्तांबुल में कांग्रेस कार्यालय होने की झूठी जानकारी प्रसारित करने के पुलिस केस दर्ज कर दिया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश कह रहे हैं कि इससे कांग्रेस को बदनाम किया जा रहा है खासकर राहुल गांधी को निशाना बनाया जा रहा है, अब जनता इस बात से हैरान परेशान है कि इतने दिनों पर इस खबर पर खमोश बैठी congrss अचानक इतनी उबल क्यों रही है , वैसे कहते है ना कि सच बहुत कड़वा होता है।
बिहार दो मुख्यमंत्रियों की दावेदारी-क्या करेंगे चाणक्य

लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान का बिहार की राजनीति से गहरा लगाव है या बिहार की कुर्सी से , कुछ चर्चाएं चल रही हैं और माना जा रहा है कि चिराग पासवान दिल- दिमाग पूरी तरह से बिहार के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं पर किसी से बिगाड़ कर नहीं, क्योंकि एनडीए से अलग होकर और नीतीश की बुराई करने का अंजाम वो देख चुके हैं जब वो राजनीति के हाशिये पर पहुंच गए थे, पर अब वो बहुत ही चतुराई से अपना पासा फेंक रहे हैं, हाल ही में चिराग ने बयान दिया था कि बिहार में मुख्यमंत्री की vacancy खाली नहीं , चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा , इस बात को कहे दो दिन भी नहीं बीते होंगे कि चिराग पासवान ने अब यह कहकर सबकों चौका दिया कि यदि पार्टी तय करती है तो वह 2025 का विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं।उन्होंने कहा कि वह अब बिहार की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं, बशर्ते पार्टी और गठबंधन को इससे लाभ होता हो।अब जाहिर सी बात है केंद्र छोड़कर बिहार में आने का मतलब हर कोई समझता है ,देखना यही है कि क्या बीजेपी चाणक्य जरुरत पड़ने पर चिराग को बिहार में इस्तेमाल कर सकते हैं और नीतीश का पत्ता साफ कर सकते हैं। वैसे आपको बता दें कि चिराग पासवान तीन बार—2014, 2019 और 2024 में सांसद बने हैं, पर अब वह बिहारी बनकर रहना चाहते हैं
