Reiki में Group हीलिंग के बहुत अच्छे परिणाम
रेकी में ग्रुप हीलिंग के बहुत ही अच्छे परिणाम आते हैं, इसे तीन चार रेकी मास्टर मिलकर करते हैं, उसके बहुत अच्छे रिजल्ट आते हैं। जैसे समझें आपके कमरे में एक बल्ब जल रहा है तो उसकी लाइट कम हो गई। लेकिन उसके बदले अगर आप चार बल्ब उस कमरे में लगा देते हैं तो रोशनी ज्यादा हो जाती है। वैसे ही यह साइंस रेकी एनर्जी में काम करता है। अगर चार पांच लोग मिलके किसी पेशेंट की हीलिंग करते हैं तो उसको बहुत अच्छे रिजल्ट मिलते हैं। इसमें पांच मास्टर की पाजीटिव एनर्जी मरीज के पास पहुंचती है, और वह पेशेंट बड़ी जल्दी रिकवर करता है। ग्रुप हीलिंग ज्यादातर क्रिटिकल पेशेंट की होती हैं, जिन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारी हो, या आईसीयू में होते हैं, हार्ट की प्रॉब्लम होती है ।
Patient के पास पहुंचती है इकट्ठी Energy
इसमें एक दूसरे की जो एनर्जी होती है वो मिलकर आगे बढ़ती है और 3-4-5 या ज्यादा भी रेकी मास्टर हो सकते हैं, उन सभी की एनर्जी जो होती है वह मिलके पेशेंट को बहुत जल्दी ठीक कर देती है। ग्रुप हीलिंग करने के बाद पेशेंट को बहुत अच्छी रिकवरी मिलती है। ग्रुप हीलिंग जब हम करते हैं तो कल्पना में देखते हैं कि वो पेशेंट हमारे सामने है और हम लोग जितने भी लोग बैठे हैं उनके हाथों की एनर्जी निकल के उस पेशेंट के पास जा रही है। उस सामने वाले हमारे साथी के पास जा रही है और वह साथ की जो रिसिविंग पावर होती है बहुत अच्छी होती है। जैसे कमजोर चीज के लिए हम ज्यादा सपोर्ट लगाते हैं। अगर बहुत अच्छी हेल्दी चीज है तो उसको सपोर्ट हमको कम लगाना पड़ता है।
Cancer-ICU में भर्ती मरीजों की होती है Group Healing
वैसे ही अगर पेशेंट ज्यादा प्रॉब्लम में आते हैं। किसी को दिक्कत ज्यादा है तो उसकी हम ग्रुप हीलिंग करते हैं। उसको हम इमरजेंसी हीलिंग बोलते हैं। सपोज कोई पेशेंट आईसीयू में है। उसको हार्ट अटैक आया हुआ है। हमारे पास हीलिंग आती है तो उस वक्त हम उनके घर वालों को बोलते हैं कि हम इसकी ग्रुप हीलिंग शुरू कर रहे हैं क्योंकि हार्ट पेशेंट को बहुत ज्यादा एनर्जी की जरूरत होती है। और एक या दो रेकी मास्टर उतनी एनर्जी नहीं दे पाते हैं, तो ग्रुप हीलिंग के बहुत फायदे हैं। जब हम ग्रुप हीलिंग करते हैं तो हम दूसरे के हाथ पकड़ लेते हैं। और एक से दूसरे में एनर्जी जाती है और फिर इकठी होकर मरीज तक पहुंचती है।