UP उपचुनाव -क्या दो लड़कों की जोड़ी टूट गई
यूपी में एक बार फिर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में जबरदस्त कलह की खबरें सामने आ गई। माना जा रहा है यूपी उपचुनाव की 10 सीटों को लेकर राहुल और अखिलेश आमने-सामने खड़े हैं और चर्चा चल निकली है कि अब यूपी में दो लड़कों की जोड़ी टूट ही जाएगी।
सीटों के बंटवारें पर टस्ल बढ़ गई
दरअसल यूपी में कांग्रेस 50-50 के फार्मूले पर चुनाव लडना चाहती है, मतलब पांच कांग्रेस और पांच समाजवादी पार्टी को सीट मिले। लेकिन दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी इस बात पर अड़ी हुई है कि कांग्रेस को एक या दो सीटों से ज्यादा सीट नहीं दी जा सकती है। बस इसी के चलते कल तक लोकसभा चुनाव में साथ खड़े कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के रास्ते अलग-अलग हो गए हैं।कांग्रेस नेताओं और समाजवादी पार्टी में कड़वाहट कितनी बढ़ गई है कि इस बात की पुष्टि भी नजर आ रही है।
Congress 10 उपचुनाव वाली सीटों उम्मीदवारों के नाम मांगे
कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी पर दबाव बनाने और उसे नीचा दिखाने के लिए सभी 10 उपचुनाव वाली सीटों पर ना केवल पर्यवेक्षकों की अलग-अलग नियुकित कर दी है बलिक् इन सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस अलाकमान ने नाम मांगने की प्रक्रिया भी तेज कर दी है और इससे समाजवादी पार्टी खेमें में और ज्यादा नाराजगी देखी जा रही है।
Haryana , Jammu-Kashmir में सीट ना मिलने से नाराज थे अखिलेश
दरअसल यूपी चुनाव तो उस टस्ल का आखिरी पड़ाव है जिसकी शुरूआत हरियाणा और जम्मू-कशमीर में चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ शुरू हो गई थी। समाजवादी पार्टी अपने विस्तार के लिए हरियाणा और जम्मू कश्मीर में चुनाव लड़ना चाहती थी और उसने कांग्रेस से हरियाणा में तीन और जम्मू-कश्मीर में भी कुछ सीटें चाहती थी पर कांग्रेस ने इस तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दिया और माना जा रहा है अखिलेश इसी बात पर कांग्रेस से नाराज चल रहे थे और जब यूपी में कांग्रेस ने 5 सीटों की मांग रखी तो अखिलेश पूरी तरह से उखड़ गए।
लोकसभा चुनाव में भी प्रियंका गांधी के चलते हुआ था समझौता
लोकसभा चुनाव में भी अगर नजर डाली जाए तो अखिलेश मध्यप्रदेश, राजस्थान में विधानसभा चुनावों में सीटे ना मिलने के कारण काफी नाराज थे और वो कांग्रेस को एक भी सीट देने को तैयार नहीं थे लेकिन प्रियंका गांघी के बीच में आने के बाद बात बन गई और अखिलेश ने कांग्रेस को
लोकसभा चुनाव 2024 में 17 सीटे दे दी थी , यह बात अलग है कि कांगेरेस का प्रदर्शन ऐसा कुछ खास नहीं रहा वो सिर्फ 6 सीट जीत पाई जबकि अखिलेश की पार्टी को प्रदर्शन बहुत शानदार रहा।
Congress यूपी में भी अपने दम पर खडा होना चाहती
अब माना यही जा रहा है कि लोकसभा में कांग्रेस को उम्मीद से ज्यादा सीटे मिलने के कारण वो यूपी में भी अपने दम पर खडा होना चाह रही है और ऐसे में अखिलेश यादव की नाराजगी की भी परवाह नहीं कर रही।कांग्रेस इस उपचुनाव के जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन करना चाहती है जिससे उसे यूपी विधानसभा चुनाव 2027 में पूरी मदद मिलने की उम्मीद है। यूपी के पार्टी नेता भी यहां अपनी स्थिति मजबूत होने का लगातार दावा कर रहे हैं। शायद यही कारण है पार्टी ने यूपी की पूरी 10 सीटों पर अपने तरीके से जोर शोर से तैयारी शुरू कर दी है। नेतागण कह भी रहे हैं कि उनकी तैयारी सभी 10 सीटों पर है।
क्या इंडिया गठबंधन कमजोर होगा
यूपी की जिन 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें 5 सीटें एनडीए और पांच सीटों पर समाजवादी पार्टी का कब्जा था। कांग्रेस एनडीए की सीटों पर अपनी दावेदारी पेश कर रही थी जिसे अखिलेश ने ठुकरा दिया है। वैसे इसका असर इंडिया गठबंधन की एकता पर कितना पड़ेगा यह तो समय ही बताएगा