UP —-वोटों का खेला अखिलेश को मांगनी पड़ेगी माफी
मुस्लिम वोटर्स को लुभाने और अपने आप को उनका बड़ा नेता बनाने के चक्कर में समाजवादी पार्टी के मुखिया Akhilesh Yadav बुरी तरह फंसते नजर आ रहे हैं, हाल ही में उन्होंने बड़ी शान से संसद के पास बनी मस्जिद में एक बैठक ली थी जिसमें अखिलेश यादव समेत सांसद रामगोपाल यादव, जिया उर रहमान बर्क और डिंपल यादव ने भी भाग लिया था तब बीजेपी ने इसपर कड़ी आपति दर्ज की थी और अखिलेश पर इसके सांप्रदायिक सियासत करने का भी आरोप लगाया था। पर जैसे जैसे यह खबर बाहर फैल रही है कईं मुस्लिम संगठन इसका जबरदस्त विरोध कर रहे हैं ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने तो बाकायदा लोकसभा अध्यक्ष ओम प्रकाश बिरला तथा दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर संसद मार्ग स्थित मस्जिद के इमाम मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी को उनके पद से हटाने की मांग की है।संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने राजनीतीक बैठक को इस्लाम विरुद्ध बताया है और कहा है कि इससे मस्जिद की पवित्रता भंग हुई है। यही नहीं अखिलेश की पत्नी और सांसद डिंपल यादव का साड़ी पहनकर मस्जिद में जाना भी चर्चा का विषय बन गया है और मुस्लिम नेता इससे बहुत नाराज दिख रहे हैं , यहां तक की मौलाना रजवी ने भी अपने पत्र में इसका जिक्र करते हुए लिखा है कि मस्जिद में केवल पाक लोग ही प्रवेश कर सकते हैं, जबकि मीटिंग में कुछ लोग अशोभनीय वस्त्र पहनकर आए, और महिलाओं ने भी भाग लिया, जो इस्लामिक परंपराओं के विरुद्ध है। अब देखना यही है कि मुसलमानों के हितैषी बनने की कोशिश में लगे अखिलेश अपनी यह गलती सुधारने के लिए क्या करते हैं, क्या मुस्लिम नेताओं और वोटर्स की नाराजगी से बचने के लिए अखिलेश माफी मांगेगे , यह बड़ा सवाल है
West Bengal -ममता की भाषा को लेकर बड़ा खेला क्या होगा कामयाब

अभी तक महाराष्ट्र में ठाकरे भाई अपनी डूबी राजनीती चमकाने के लिए लगातार मराठी कार्ड यानी जाती, भाषा की आड़ में वोट बैंक को बढ़ाने की राजनीती कर रहे हैं और अब पश्चिम बंगाल में दीदी ने भी कुछ इस तरह के अभियान की शुरूआत कर दी है, लगता है दीदी को अपना भविष्य ज्यादा सुरक्षित नहीं दिख रहा है और पशिचम बंगाल में अपनी खोखली होती जड़ों को मजबूत करने के लिए उन्होंने भी बंगाली कार्ड खेलना शुरू कर दिया। जी हां हाल ही में पशिचम बंगाल की cm ममता बनर्जी ने लोगों से बांग्ला भाषा को बढ़ाव देने की अपील की है, दीदी ने इसके लिए फिल्मी लोगों की मदद लेनी शुरू की है और बाकायदा सीरियल और फिल्म बनाने वाले निर्मातओं से अपने गानों में बांग्ला का उपयोग करने को कहा है, दीदी ने इसके लिए अजीबोगरीब तर्क भी दिया और कहा कि इस भाषा में मिठास है। यही नहीं दीदी ने इसमें बीजेपी को भी घसीट लिया और आरोप लगाया कि जहां बीजेपी राज कर रही हैं वहां पर बंगाली बोलने वालों को परेशान किया जा रहा है।कहते हैं कि राजनीती में सब हो सकता है और वही हो रहा है भाषा, जाती के नाम पर लोगों को बांटने का सिलसिला जो चल निकला है , जनता समझदार होगी तो अपने आप इसका जवाब देगी+
