कहते हैं ना कि राजनीती ऐसी चीज है जो भाई को भाई के खिलाफ, बाप को बेटे के खिलाफ लड़वा देती हैं और बहनों तक को आपसे में भिड़ा देती है, हरियाणा में यही हो रहा है फोगाट बहने जो कल तक अपने आपसी प्यार, भाईचारे, कुश्ती की दुनिया में साथ चलकर देश का मान बढ़ा रही थी आज जब एक बहन बीजेपी -दूसरी कांग्रेस में पहुंच गई तो उनके बीच कुते बिल्ली जैसी लड़ाईयां शुरू हो गई हैं, जी हां यहां हम कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट और बीजेपी विधायक बबीता फोगाट की बात कर रहे हैं जो सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे पर तंज कसने में पीछे नहीं हैं, हाल ही में जब हरियाणा सरकार ने विनेश को सम्मान राशि के रूप में 4 करोड की राशि या प्लाट देने की बात कही तो बबीता फोगाट ने तुरंत तंज कसते हुए कहा कि 15 साल पहले यदि ऐसी खेल सुविधाएं मिलती तो मैं खेल नहीं छोडती , मैं ओलिंपिक खेलों तक पहुंची, मगर पदक नहीं जीत पाई जिसके पीछे सिर्फ सुविधाओं का अभाव था। यही नहीं बबीता ने यह भी कहा कि जब खिलाड़ियों को उनकी जरूरत पड़ी, उन्होंने साथ दिया पर जब खिलाड़ियों का मंच राजनीति का अखाड़ा बनने लगा तो वो अलग हो गई, बबीता फोगाट का इशारा दिल्ली में विनेश और उसके साथियों की ओर से किए जाने वाले आंदोलन को लेकर था। बस फिर क्या था विनेश भी कहां चुप रहने वाली थी, विनेश ने तुरंत सोशल मीडिया पर लिख दिया कि दो रुपये लेकर ट्वीट करने वालों और फ्री का ज्ञान बांटने वालों… जरा ध्यान से सुनो। तुम्हारी जानकारी के लिए बता दूं, अब तक करोड़ों के ऑफर ठुकरा चुकी हूं। विनेश ने यह भी लिखा कि चाहे साफ्ट ड्रिंक्स हो या ऑनलाइन गेमिंग तक मैंने कभी अपने उसूलों का सौदा नहीं किया। जो कुछ भी हासिल किया है, मेहनत, ईमानदारी और अपनों के आशीर्वाद से किया है। विनेश ने अपने सिद्धांतों से समझौता न करने और आत्मसम्मान की बात कहकर बबीता को चुप करवा दिया, आपको बता दैं कि बबीता फोगाट द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट की बेटी हैं, जबकि विनेश फोगाट महावीर के छोटे भाई स्व. राजपाल की बेटी हैं। फोगाट बहनों के गुरु महावीर फोगाट ही हैं। पर इन बहनों और उपर से गुरू बहनों पर राजनीती का इतना गहरा रंग चढ चुका है कि प्यार का रंग भूल चुकी हैं।
कांग्रेस का एक विकेट गिरा, एक जल्द गिर सकता है -हालत खस्ता हो रही
दिल्ली की राजनीति हो या मध्यप्रदेश की लगता है कांग्रेस को बड़े -बड़े नेता तो क्या छोटे नेता भी छोड़ रहे हैं या छोड़ने का इशारा कर रहे हैं, दिल्ली में तो डूबती कांग्रेस को एक बड़ा झटका लग ही गया जब उसके विधायक सुमेश शौकीन ने आम आदमी पार्टी में ज्वाइन कर ली,दिल्ली देहात से कांग्रेस के नेता व विधायक रहे शौकीन के आप में जाने से दिल्ली में कांग्रेस की हालत और ज्यादा पतली हो गई है आपको बता दें कि इससे पहले पांच बार के सीलमपुर से कांग्रेस विधायक रहे चौधरी मतीन अहमद भी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। वहीं दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के एक कांग्रेस विधायक ने वो कर दिया जिससे और कोई परेशान हो या ना हो पर राहुल गांधी को जरूर चोट पहुंचेगी, यह तो सबको ही पता है कि राहुल गांधी कईं बार RSS की विचारधारा पर सवाल खड़े कर चुके हैं।पर मध्य प्रदेश की सुनसेर सीट से उनके अपने ही विधायक भैरो सिंह परिहार ने बाकायदा सार्वजनिक मंच से RSS के साथ अपनी नजदीकियों का एलान करके कईं राहुल गांधी के साथ मध्यप्रदेश के ही कईं दिग्गज कांग्रेसी नेताओं को हैरान परेशान कर दिया है। भैरो सिंह परिहार का एक वीडियो काफी वायरल हो गया है जिसमें वो कहते सुनाई दे रहे हैं कि (RSS से उनकी नजदीकियां हैं और कांग्रेस विधायक होते हुए भी संघ के कई पदाधिकारी उनके परिचित हैं।माना यही जा रहा है कि क्या भैंरो सिंह बीजेपी में शामिल होने का मन बना रहे हैं जो इस तरह की बयानबाजी कर डाली , वैसे राहुल के हाल ही में यहां दिए गए बयान कि वह पार्टी में स्लीपर सेल, बारात, रेस और लँगड़े घोड़ों की तलाश कर रहे हैं, के बाद से कांग्रेस नेताओं में काफी हलचल है और बहुत से इस पार्टी से निकलने की सोच रहे हैं।